दिगम्बर जैन नैतिक शिक्षा समिति द्वारा आयोजित नैतिक शिक्षण शिविरों का सामूहिक समापन समारोह आयोजित किया गया । बाल मंदिर सीनियर सेकेंडरी स्कूल, डिफेंस एन्क्लेव, प्रीत विहार में आयोजित समारोह के मुख्य अतिथि दिल्ली विधान सभाध्यक्ष राम निवास गोयल ने चित्रकला, भाषण, छहढाला व मेधावी बच्चों को स्वर्ण पदक, रजत पदक व अन्य पुरस्कारों से सम्मानित करते हुए कहा कि नैतिक संस्कारों से ही चरित्र निर्माण सम्भव है ।
नैतिक शिक्षा बच्चों को बोलने की कला व देशभक्ति का जज्बा कायम करती है । समारोह में विशिष्ट अतिथि बाल मंदिर स्कूल के निदेशक योगेश अरोड़ा ने कहा कि संस्थाओं को संस्कार निर्माण कार्य करना चाहिए । बच्चे संस्कारवान हो गए तो परिवार, समाज व राष्ट्र संस्कारवान होगा । इस अवसर पर उपस्थित दिल्ली के पूर्व शिक्षामंत्री अरविन्द सिंह लवली ने कहा कि नैतिक शिक्षा समिति गत 37 वर्षों से निरन्तर बच्चों में नैतिक संस्कारों का बीजारोपण कर, सराहनीय कार्य कर रही है । कार्यक्रम की अध्यक्षता जिनराज जैन कागजी ने की ।
दिगम्बर जैन नैतिक शिक्षा समिति के अध्यक्ष धनपाल सिंह जैन ने बताया कि समिति बच्चों में नैतिक संस्कारों का बीजारोपण करने हेतु ग्रीष्मकालीन शिक्षण शिविरों का आयोजन करती है । इस वर्ष भी समिति द्वारा दिल्ली व एन सी आर में 64 शिविरों का आयोजन किया गया। इन शिविरों में बच्चों को प्रतिदिन देव दर्शन, बुजुर्गों का अभिवादन, धार्मिक संस्कारों का बीजारोपण, जल व बिजली संरक्षण, परिवार, समाज व राष्ट्र निर्माण के उत्थान हेतु समर्पण भाव से सहयोग करना आदि विषयों का ज्ञानार्जन किया गया । समिति के पाठशाला मंत्री अशोक जैन ने बताया कि समारोह में शिक्षण शिविरों में भाग लेने बच्चों ने अनेकों प्रेरणादायक नृत्य नाटिका प्रस्तुत की । मंच संचालन शरद जैन ,प्रवीन जैन ने किया। इस अवसर पर सभी शिविर संयोजकों, अतिथियों व सहयोगियों को सम्मानित किया गया ।