# जादूओं के चक्कर में ना पड़ो
#भगवत भक्ति से समस्या ही समाधान
नई दिल्ली छतरपुर, 19 अगस्त 2023: राष्ट्रीय संत परम पूज्य गुरुदेव श्री वसंत विजय महाराज ने भक्तों से कहा कि चमत्कारों के चक्कर में ना पड़ो। उनकी नजदीकी समस्या का समाधान तो दूर आपकी सर्विस ही चलेगी। केवल भगवान के चरण में आपके सभी सभी स्टूडियो का समाधान है।
संत महाराज मार्कंडेय हाल छतरपुर में 55वें दिव्य शिव महापुराण, यज्ञ, अखंड रुद्राभिषेक महाउत्सव का आयोजन आज यहां कथा के कृष्ण दिवस में भक्तों को उपदेश दे रहे थे। शुक्र की महिमा का वर्णन करते हुए संत ने कहा कि जीवन में बल चाहिए तो शुक्र मजबूत होना चाहिए जरूरी है। जब शुक्र ग्रह की दशा आती है तो धन की प्राप्ति अवश्य होती है। शुक्रदेव पुत्र, सुख, धन त्रिगुण संपत्ति में भागीदार हैं शुक्र। युद्ध के हिसाब से पूजा का फल बदलता है। गुरुदेव ने कहा था कि शुक्रवार के दिन सूर्योदय के 10 मिनट के अंदर एक किला साबुत 16 शुक्रवार को प्रदर्शित होगा। शिवपुराण में कहा गया है कि जो शुक्रवार को घर में नमक रखता है तो उसके घर में लक्ष्मी का आगमन होता है। समुद्र तट मन्थन के समय लक्ष्मी समुद्र से प्रकट हुई थीं।
कुलदेवी और ईष्ट की महिमा का वर्णन करते हुए गुरुदेव ने अपने भक्तों से कहा कि आप जो कुलदेवी दे सकते हैं उसे कोई भी इष्ट जगत में नहीं दे सकता। घर में कुलदेवी और उनके ईष्ट की पूजा के बाद ही सभी देवताओं की पूजा करनी चाहिए। अगर समय मिले तो बाहर मंदिर में जाना। गुरुदेव ने कहा था कि शनिवार के दिन कुलदेवी की पूजा करोगे तो संकट मिटेगा। रविवार को पूजा करोगे तो स्वास्थ्य लाभ। कुलदेवी की सोमवार की पूजा घर में शांति प्रदान करने वाली है। मंगलवार को कुलदेवी की पूजा में लाल फूल, फल से करोगे तो उधारी से मुक्ति मिलेगी। रविवार को हरे मरुआ के फूलों से पूजा करें, गुरुवार को पीले फूलों से पूजा करें।शुक्रवार को हरे मरुआ के फूलों से पूजा,धूप दीप करें। शुक्रवार की पूजा का अतिविशेष फल होता है इस दिन की पूजा से धन सुख समृद्धि मिलती है।
उन्होंने कहा कि किस स्थान पर शक्ति लगानी चाहिए, इसका ज्ञान होना चाहिए। यदि शक्ति भगवान की भक्ति में लगा ली जाए तो वह शक्ति सिद्धि बन जाती है। जहां शक्ति का प्रयोग नहीं होना चाहिए वहां शक्ति का प्रयोग नहीं होता है। किसी ने भी आपका अपना हो तो उसका रंग बदला जा सकता है लेकिन ईश्वर ने जो बनाया है वो ईश्वर ने ही अपना है जो कभी नहीं बदला है। भगवान भक्ति करने वालों को शक्ति देते हैं। शक्ति के साथ हो तो भक्ति सीखो। उन्होंने कहा कि कई लोग कहते हैं कि कथा में खरीदार को क्या देखना है। जैसे आर्केस्ट्रा में पर्यटक, पलंग पर नींद, होटल में खाना उसी तरह की कथा में ज्ञान पुण्य ही मिलेगा।
पितृभक्तों का निर्माण
पौराणिक कथाओं से पूर्व भक्तों ने लाखों पौराणिक भक्तों का निर्माण कराया। फिर पंडितों के साथ भक्तों ने की मूर्तिपूजा की पूजा।