(डॉ. गोपाल चतुर्वेदी)
वृन्दावन। केशीघाट स्थित ठाकुर श्रीजानकी वल्लभ मन्दिर में वेदान्त पीठाधीश्वर जगद्गुरु स्वामी भगवान दासाचार्य महाराज का त्रिपाद्विभूति प्राप्ति महोत्सव जगद्गुरु स्वामी अनिरुद्धाचार्य महाराज के पावन सानिध्य में अत्यंत श्रद्धा एवं धूमधाम के साथ मनाया गया।जिसके अंतर्गत भाष्यकार स्वामी भागवत रामानुजाचार्य एवं स्वामी वेदान्तदेशिक के जीवन के विषय पर वृहद संत-विद्वत सम्मेलन का आयोजन सम्पन्न हुआ।
जिसमें अपने विचार व्यक्त करते हुए अयोध्या स्थित सुग्रीवकिला पीठाधीश्वर जगदगुरू स्वामी विश्वेशप्रपन्नाचार्य महाराज व श्रीनाभापीठाधीश्वर जगदगुरू स्वामी सुतीक्ष्णदास देवाचार्य महाराज ने कहा कि हम सभी को सदैव ही सद्गुरु के द्वारा बताए गए सन्मार्ग पर चलना चाहिए।तभी हमारा कल्याण हो सकता है।
आचार्यकुटी पीठाधीश्वर जगदगुरू स्वामी रामप्रपन्नाचार्य महाराज व चतु:सम्प्रदाय के श्रीमहंत फूलडोल बिहारीदास महाराज ने कहा कि स्वामी भगवान दासाचार्य महाराज बहुत ही दयालु एवं सात्विक प्रवृत्ति के संत थे।उनके द्वारा निरंतर समाज के हित में कई कार्य किए गए।वे श्रीधाम वृंदावन की दिव्य विभूति थे।
स्वामी रघुनाथाचार्य महाराज व वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. गोपाल चतुर्वेदी ने कहा कि स्वामी भगवान दासाचार्य महाराज सहजता, सरलता, उदारता व परोपकारिता आदि अनेकों सद्गुणों की खान थे।हम लोग यदि उनके किसी एक गुण को भी अपने जीवन में धारण कर लें तो हमारा कल्याण हो सकता है।
इस अवसर पर संतप्रवर गोविंदानंद तीर्थ महाराज, महामंडलेश्वर सच्चिदानंद शास्त्री, आचार्य पीठाधीश्वर यदुनंदनाचार्य महाराज, महंत ब्रजकिशोर दास भक्तमाली, पंडित राजाराम मिश्र, डॉ. रमेश चंद्राचार्य महाराज, पण्डित सर्वेश द्विवेदी, डॉ. राधाकांत शर्मा, रामदेव महाराज, वेदांत देशिक स्वामी महाराज आदि ने भी अपने विचार व्यक्त किए। संचालन यशोदा नंदन शास्त्री एवं धन्यवाद ज्ञापन गोविंद दास महाराज ने किया।