भ्रष्टाचार एक वैश्विक समस्या
इंटरनेशनल एक्शन डे देश और दुनिया में अलग – अलग ढंग से मनाया गया जहाँ दिल्ली में दिव्यांगों को सम्मानित किया गया वहीं प्रण लिया कि देश के विभिन्न हिस्सों में भ्रष्टाचार के खिलाफ जनमानस को जागृत करेंगे । जूडिशियल कॉउन्सिल के चेयरमैन राजीव अग्निहोत्री नें कहा भ्रष्टाचार एक व्यापक और हानिकारक मुद्दा है जो दुनिया भर के लोगों को प्रभावित करता है। यह संस्थानों में विश्वास को कम करता है, आर्थिक विकास को बाधित करता है सामाजिक असमानता को कायम रखता है और शासन में जनता के विश्वास को कम करता है। भ्रष्टाचार से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए एक व्यापक ढांचे की आवश्यकता है। इस ढांचे में निवारक रणनीतियाँ शामिल हैं, जैसे पारदर्शिता और जवाबदेही बढ़ाना, देश के लिए आज भ्रष्टाचार गम्भीर संकटों में से एक है।
भ्रष्टाचार आज वह माध्यम बन गया है, जो आर्थिक, राजनीतिक, सामाजिक एवं न्यायिक व्यवस्थाओं को लालच के भ्रमजाल में फँसाकर मानव को जीवन के मूल उद्देश्य से विमुख कर रहा है और जिसके द्वारा व्यक्ति सांसारिक मोह-माया में फँसकर अपने कर्तव्यों को भूल रहा है । वर्तमान में स्थिति यह है कि केवल सार्वजनिक सेवाओं में ही नहीं अपितु प्राइवेट सेक्टर में भी सर्वव्यापक सा हो गया है। आज इससे न तो राजनीतिक क्षेत्र अछूता है और न प्रशासनिक व निजी क्षेत्र ही बच पाया है। इसका परिणाम यह है कि भ्रष्टाचार केवल आर्थिक प्रगति एवं सामाजिक विकास को ही नुकसान नहीं पहुंचा रहा है बल्कि हमारी एकता, अखण्डता, सुरक्षा को भी खतरा उत्पन्न कर रहा है। भारत की गिनती भले ही बहुत तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था के तौर पर होती हो लेकिन भ्रष्टाचार के मुद्दे पर हमें शर्मिंदगी ही महसूस करनी पड़ती है अधिकांश लोगों में घूस देने की प्रवृत्ति सी हो गई है। वे जल्द से जल्द अपना काम निकलवाना चाहते हैं जाहिर है भ्रष्टाचार तभी दूर हो सकता है जब कुछ सशक्त समूहों एवं प्रभावशाली व्यक्तियों के पास उसका पर्दाफाश करने का दृढ़ संकल्प लिया जाये । ताकि भ्रष्टाचारियो की करतूत लोगों के सामने उजागर हो सके अब जनमानस को बड़े प्रयास करने होंगे ।
पुष्पा गुप्ता जो सतना कि रहने वाली हैं उन्होंने अपने क्षेत्र में व्यापक भ्रष्टाचार को ख़त्म करने के लिए सहयोग की बात कही और खुलकर अपनी समस्याओं का उल्लेख करते हुए अवगत कराया कि किस प्रकार शासन के विभिन्न् कार्यालयों में उनकी समस्याओं के मामलों में अनावश्यक रूप से विलम्ब किया जाता है तथा शिकायत करने पर उन्हें वांछित जानकारी उपलब्ध न करा प्रताड़ित किया जाता है। कार्यालय के अनेकों चक्कर लगाने के बावजूद उनके वाजिब कार्य नहीं हो पाते हैं ।
श्रीमती मंजू शुक्ल मेंबर ह्यूमन राइट्स कमिटी जूडिशियल कॉउन्सिल नें कहा इंटरनेशनल एक्शन डे वैश्विक रिवोल्यूशन है जो पारदर्शिता, स्थिरता और नैतिकता का आह्वान करता है। हमारी प्राथमिकता दिव्यांगों को समाज में मुख्य धारा में जोड़ने वाली होनी चाहिए इसमें सबको अपनी जिम्मेदारी निभानी होगी ।
प्रशंसा प्रमाण पत्र पाने वालों में निम्मी जैन , शाहीन , अमित कुमार तथा मुहम्मद रिहान रहे l कोलकाता से आये सीनियर एडवोकेट प्रतिक धर ने कहा कि दिव्यांगों को सम्मानित करना अपने आप में मानवीयता का परिचय है इस सोच और जज्बे को सलाम।