देश-दुनिया की प्रतिष्ठित सामाजिक, सांस्कृतिक एवं साहित्यिक संस्था “उद्भव” द्वारा कॉन्स्टीट्यूशन क्लब स्थित “स्पीकर हॉल” में “उद्भव सांस्कृतिक सम्मान समारोह” में वरिष्ठ साहित्यकार-व्यंग्यकार तथा पत्रिका “व्यंग्य यात्रा” के संपादक प्रेम जनमेजय और भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी कवि-लेखक जितेंद्र मणि को “उद्भव शिखर सम्मान” से अलंकृत किया गया।
“उद्भव” साहित्य एवं संस्कृति के क्षेत्र में समर्पित एक ऐसी संस्था है जो विगत 28 वर्षों से निरंतर साहित्य, संस्कृति एवं भाषा के उत्थान के लिए राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कार्यरत है।
साहित्य, कला, संस्कृति, न्याय, शिक्षा, स्वास्थ्य, समाज एवं पत्रकारिता आदि विभिन्न क्षेत्रों की प्रगति में अपना अतुलनीय योगदान देने वाले प्रखर व्यक्तित्वों के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करने हेतु स्थापित “उद्भव संस्था” भारतीय मनीषा को नमन करते हुए प्रतिवर्ष ‘उद्भव शिखर सम्मान, उद्भव सांस्कृतिक सम्मान एवं उद्भव मानवसेवा सम्मान प्रदान करती है।
इस वर्ष “उद्भव सांस्कृतिक सम्मान-2023” से अलंकृत होने वाले प्रमुख व्यक्तित्वों में प्रो.डॉ.संगीता शर्मा, इंचार्ज-नेशनल सेंटर ऑफ़ एक्सीलेंस फ़ॉर पीडियाट्रिक टीबी एवं डीआरटीबी,नयी दिल्ली, राजयोगी डॉ.ब्रह्म कुमार नाथमल अग्रवाल, डायरेक्टर-आर्ट गैलरी ऑफ़ ब्रह्मकुमारीज़, राजस्थान, डॉ.सुरेंद्र कुमार पाठक- प्रिंसिपल इन्वेस्टिगेटर वसुधैव कुटुंबकम ऑफ़ जीपीएफ़ इंडिया एवं सलाहकार जीपीएफ़ इंडिया, डॉ. अंजना सिंह सेंगर-लेखिका एवं अनेक शैक्षिक संस्थाओं की निदेशक, शशांक शेखर-एडवोकेट ऑन रिकॉर्ड एवं कार्यकारी सदस्य सर्वोच्च न्यायालय बार एसोसिएशन, शैलेंद्र कुमार सिंह-अध्यक्ष रामशिला हेल्थ केयर हॉस्पिटल, जिला, मधुबनी बिहार, मदन मोहन गौतम-सह-संस्थापक एवरेस्ट ह्यूमन रिसोर्स कंसलटेंट नई दिल्ली, पवन रेले-एडवोकेट ऑन रिकॉर्ड, सर्वोच्च न्यायालय भारत, सतीश कुमार शर्मा-शिक्षाविद् एवं समाजसेवी, श्री प्रवीण चौहान-संपादक समकालीन चौथी दुनिया तथा सुश्री ललिता अध्यापक-शिक्षाविद् एवं समाजसेवी, दिल्ली।
कॉन्स्टीट्यूशन क्लब के स्पीकर हॉल में कार्यक्रम की गरिमा में श्रीवृद्धि हेतु मुख्य अतिथि कानूनविद् डॉ.एच.सी.गणेशिया उपस्थित थे वहीं अध्यक्ष के रूप में सर्वोच्च न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता डॉ .प्रदीप राय मंच पर आसीन थे।
समारोह में विशिष्ट अतिथि के रूप में वरिष्ठ समाजसेवी एवं अंतरराष्ट्रीय हिंदी समिति अमेरिका के अध्यक्ष इंद्रजीत शर्मा, साहित्यकार एवं शिक्षाविद् डॉ. अरुण प्रकाश ढौंडियाल, शिक्षाविद् और लेखक डॉ.अशोक पांडेय मंच की शोभा बढ़ा रहे थे।
इस महत्वपूर्ण वैचारिक एवं सांस्कृतिक आयोजन का संचालन “उद्भव” के महासचिव-कवि डॉ. विवेक गौतम ने किया।
इस अवसर पर सभा को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि डॉ.एच.सी.गणेशिया ने कहा कि सार्थक कार्यों और सम्मानों का गहरा अंतर्संबंध है। मनुष्यता को श्रेष्ठ आचरण, साहित्य और सांस्कृतिक चेतना से ही बचाया जा सकता है।
अध्यक्षीय उद्बोधन में प्रदीप राय ने कहा कि 28 वर्षों की उत्सव यात्रा महत्वपूर्ण है जिसे डॉ. विवेक गौतम ने अपनी निष्ठा, साहित्य के प्रति समर्पण से इस परंपरा को जीवित रखा हुआ है।
विशिष्ट वक्ता के रूप में इंद्रजीत शर्मा मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि हमें समाज में डॉ.विवेक गौतम जैसे समर्पित व्यक्तित्वों की बेहद आवश्यकता है। संस्था की उपलब्धियों को रेखांकित करते हुए उन्होंने कहा कि “उद्भव” अपनी सांस्कृतिक और वैचारिक चेतना के कारण आज देश की प्रतिष्ठित संस्थाओं में प्रमुख हैं।
शिक्षाविद् डॉ. अशोक पांडेय ने अपने उद्बोधन में जीवन में सत्कर्मों की निरंतरता,लोभहीन आचरण और अनुशासन के महत्व पर जोर दिया l
वरिष्ठ साहित्यकार डॉ.अरुण प्रकाश ढौंडियाल ने सम्मानित लोगों को शुभकामनाएं दीं और जीवन में भीड़ से कुछ अलग करने की इच्छाशक्ति को सार्थक बदलाव का पर्याय बताया।
कार्यक्रम में लेखिका तथा शिक्षाविद् डॉ.स्नेह प्रभा की तीन पुस्तकों का लोकार्पण भी संपन्न हुआ।
कार्यक्रम में डॉ.स्नेह प्रभा,आचार्य विक्रमादित्य, प्रेम जनमेजय और आईपीएस जितेंद्र मणि ने भी अपने विचार व्यक्त किए और धन्यवाद ज्ञापित किया जाने-माने अधिवक्ता दर्शनानंद गौड़ ने।
इस सम्मान समारोह में देश के अनेक गणमान्य लोग उपस्थित थे जिनमें वरिष्ठ साहित्यकार बी.एल.गौड़, लेखक सुबोध कुमार, इतिहास के प्रवक्ता डॉ.अशोक कुमार, लेखिका आभा चौधरी, इंजीनियर अनंत प्रचेता, एकता गौतम, इंजीनियर अमोल प्रचेता, एकता गौतम, अधिवक्ता गगन भारद्वाज, रामचंद्र बडोनी,अरविंद कुमार द्विवेदी, ब्रजेश कुमार, मनोरमा मिश्रा, ओंकारनाथ मिश्र, राजेंद्र पारचा, बृजबाला गौतम, सुविधा शर्मा, देव ऋषि शर्मा, लेखिका शोभना मित्तल, आंत्रप्रेन्योर गौरव शर्मा, मृदुल शर्मा, शिक्षक नेता राजेंद्र गोयल, मुक्ता शर्मा, पत्रकार राजीव निशाना, शैलेंद्र सिंह, मदन पाल, दिनेश उप्रेती, चंद्रकला ढौंडियाल, संदीप मिश्र, पत्रकार राजू बोहरा तथा अधिवक्ता आकाश कौशिक आदि प्रमुख थे।