भारतीय जनता पार्टी का सदस्यता अभियान एक प्रकार से फर्जी वाढा जैसा बन गया है। अभी पिछले दिनों मध्य प्रदेश सरकार के पूर्व मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता और विधायक अजय बिश्नोई का बयान आया था जिसमें बताया था कि किसी व्यक्ति ने उन्हें फोन कर भाजपा की सदस्यता अभियान का ठेका दिलाने का अनुरोध उनसे किया था। उन्होंने उस की रपट पुलिस थाने में भी कराई है। तथा शिकायत कर मुकदमा दर्ज भी कराया है । जहां आग होती थी वहां धुआं निकल ता है। कहीं ना कहीं यह बात अंदर चल रही है कि भाजपा की सदस्यता बनाने का ठेका दिया जा रहा है और अब उसी कड़ी में एक कडी और जुड़ गई है ।
गुजरात जूनागढ़ के रहने वाले कमलेश भाई तुमर ने जो राजकोट के रणछोड़ दास बापू चैरिटी अस्पताल में आँख के आपरेशन के लिए भर्ती थे। आधी रात को एक नौजवान आया। उसने लगभग ढाई सौ उन लोगों को जो अस्पताल में भर्ती थे जाकर उनके आधार कार्ड नंबर मांगे ,नहीं मिलने पर उनके मोबाइल लिए और किसी ने टालने का प्रयास किया तो उसका मोबाइल हाथ में लेकर उसे भारतीय जनता पार्टी का सदस्य बना दिया। तुमर ने इसका वीडियो भी बनाया और प्रेस को भी बताया।
अगर इस प्रकार से अस्पतालों के मरीजों को, जेल के कैदियों को, बंदी लोगों को ,स्कूल के विद्यार्थियों को, स्कूल के मास्टरों को एक प्रकार से लाचार करके, और ठेके पर सदस्यता बढ़ाई जा रही है तो क्या यह भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता मानी जाय ।भारतीय जनता पार्टी के लोगों को
और उनकी नियंत्रक संघ को भी सोचना चाहिए कि इस फर्जी वाडे की सदस्यता से दावा करना कि उसकी पार्टी विश्व की सबसे बड़ी पार्टी है क्या हास्यास्पद नहीं है।