
हाल ही में आयोजित बुक टर्नर गाला कार्यक्रम में सुप्रसिद्ध लेखक और युवा आइकन चेतन भगत ने सीए मनीष मिश्रा (संस्थापक, GenZCFO) और सीए मनोज सिंह द्वारा सह-लेखित पुस्तक “साहूकारी टू डिजिटल लेंडिंग” का औपचारिक विमोचन किया। इस कार्यक्रम में कई प्रतिष्ठित उद्योगपतियों, वित्तीय विशेषज्ञों और उद्यमियों ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
₹499 मूल्य की यह पुस्तक, भारत की ऋण प्रणाली की यात्रा को प्राचीन वस्तु विनिमय और पारंपरिक साहूकारी व्यवस्था से लेकर आज के अत्याधुनिक, एआई-संचालित डिजिटल लेंडिंग प्लेटफॉर्म्स तक, बेहद रोचक अंदाज में प्रस्तुत करती है। इसमें ऐतिहासिक तथ्यों के साथ-साथ वर्तमान आर्थिक परिवर्तनों और भविष्य की संभावनाओं पर भी तीक्ष्ण विश्लेषण किया गया है।
यह पुस्तक विशेष रूप से उद्यमियों, नीति-निर्माताओं, वित्त पेशेवरों और उन सभी के लिए उपयोगी है जो भारत में वित्तीय नवाचार और समावेशन के बदलते परिदृश्य को समझना चाहते हैं।
सीए मनीष मिश्रा, संस्थापक, GenZCFO ने इस अवसर पर कहा,
“यह मेरा प्रयास है कि एक जटिल विषय को सरल और सभी के लिए सुलभ बनाया जाए — छात्रों, छोटे व्यवसायियों और प्रथम बार ऋण लेने वालों के लिए भी। इस पुस्तक के माध्यम से मैं भारत में ऋण व्यवस्था के अद्भुत विकास और वित्तीय समावेशन की अटूट भावना का सम्मान करता हूँ। आशा है कि यह कार्य नई पीढ़ी के वित्तीय पेशेवरों और उद्यमियों के लिए मार्गदर्शक सिद्ध होगा।”
ट्रुथ एंड सोशल पब्लिकेशन द्वारा प्रकाशित इस पुस्तक का पहला संस्करण 9 अप्रैल 2025 को जारी किया गया था। अंग्रेजी भाषा में उपलब्ध इस पुस्तक में कुल 170 पृष्ठ हैं और यह 16 वर्ष से ऊपर के पाठकों के लिए उपयुक्त है। “साहूकारी टू डिजिटल लेंडिंग” पहले ही लोकप्रियता प्राप्त कर रही है और इसे आर्थिक इतिहास श्रेणी में #70 रैंक तथा समग्र पुस्तकों में #17,075 रैंक प्राप्त हुआ है।
कार्यक्रम का समापन जीवंत चर्चाओं और नेटवर्किंग सत्रों के साथ हुआ, जिससे उपस्थित सभी लोग सीए मनीष मिश्रा, सीए मनोज सिंह और भारत में डिजिटल वित्त के उज्ज्वल भविष्य से गहराई से प्रेरित हुए।