
राकेश जाखेटिया
भारतीय साहित्य और विश्व मंच पर महिला सशक्तिकरण की प्रखर आवाज़ बनीं, अंतरराष्ट्रीय राजनयिक, पूर्व संयुक्त राष्ट्र सहायक महासचिव एवं वरिष्ठ लेखिका श्रीमती लक्ष्मी मुर्देश्वर पुरी को उनके अत्यंत चर्चित उपन्यास “Swallowing the Sun” के लिए प्रतिष्ठित ‘पंडित हरिदत्त शर्मा पुरस्कार’ से सम्मानित किया गया।

यह सम्मान उन्हें न केवल एक लेखिका के रूप में उनकी सृजनशीलता के लिए, बल्कि उनके उस वैश्विक दृष्टिकोण के लिए भी प्रदान किया गया है जिसमें साहित्य, मानवीय सरोकार, स्त्री चेतना और सांस्कृतिक अस्मिता का अद्भुत समावेश है।
यह भव्य समारोह राजधानी दिल्ली के ऐतिहासिक राष्ट्रीय संग्रहालय (National Museum) के सभागार में आयोजित किया गया। मंच पर भारत सरकार के संस्कृति सचिव विवेक अग्रवाल मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे, जिन्होंने लेखिका को ₹51,000/- की सम्मान राशि, प्रशस्ति पत्र और प्रतीक चिह्न भेंट करते हुए कहा, “लेखन यदि आत्मा की आवाज़ है, तो लक्ष्मी पुरी की लेखनी समस्त मानवता की पुकार है।”

कार्यक्रम की अध्यक्षता न्यूज़ 24 की प्रधान संपादक अनुराधा प्रसाद ने की। मंच पर वरिष्ठ व्यंग्यकार, कवि, पद्मश्री प्रोफेसर डॉ. अशोक चक्रधर अपने चिरपरिचित अंदाज़ में उपस्थित रहे और लेखिका की साहित्यिक संवेदना पर गहन प्रकाश डाला। इस अवसर पर भारत सरकार के केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री श्री हरदीप सिंह पुरी स्वयं कार्यक्रम में उपस्थित हुए और अपने आत्मीय संबोधन में लक्ष्मी पुरी को अपने परिवार का गौरव बताया। केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने चेन्नई से भेजे गए अपने विशेष वीडियो संदेश में लेखिका को बधाई देते हुए कहा: “पंडित हरिदत्त शर्मा पुरस्कार का यह वर्ष सृजन और संस्कृति के अनमोल संगम को समर्पित है।”

समारोह में राजधानी सहित देश के कोने-कोने से अनेक विशिष्ट जन उपस्थित रहे। इनमें प्रमुख रूप से यशोदा हॉस्पिटल के कमांडर डॉ. प्रेम अरोड़ा, दिल्ली के अतिरिक्त जिला न्यायाधीश सुदेश कुमार, प्रसिद्ध हृदय रोग विशेषज्ञ पद्मश्री डॉ. मोहसिन वली, कैलाश हेल्थ विलेज के सीएमडी और सुप्रसिद्ध समाजसेवी डॉ. नरेश शर्मा, पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर के राजनीतिक सलाहकार डॉ. एच. एन. शर्मा, प्रख्यात शिक्षा-विद् डॉ. राजू व्यास, चिकित्सा क्षेत्र के वरिष्ठ नाम डॉ. एन. अरोड़ा सहित अनेक प्रतिष्ठित पत्रकार, लेखक, कला-संस्कृति प्रेमी और बुद्धिजीवी शामिल थे।
समिति का उद्देश्य और गौरवपूर्ण परंपरा : पंडित हरिदत्त शर्मा पुरस्कार’ देश के सुप्रसिद्ध पत्रकार, चिंतक, लेखक, वक्ता, समाजसेवी और राजनीतिज्ञ पं. हरिदत्त शर्मा की स्मृति में स्थापित किया गया है। वे नवभारत टाइम्स (दिल्ली) एवं टाइम्स ऑफ इंडिया ग्रुप के सम्मानित संपादक रहे। पत्रकारिता, शिक्षा, साहित्य एवं सामाजिक उत्थान के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान देने वाली विभूतियों को यह पुरस्कार प्रति वर्ष प्रदान किया जाता है। समिति के सचिव मनोज शर्मा ने लेखिका के सम्मान में तैयार प्रशस्ति-पत्र का भावपूर्ण वाचन किया, जिसमें उनकी कृति “Swallowing the Sun” को “सृजन, संघर्ष और सूर्यत्व की प्रतीकात्मक कथा” बताया गया।
मंच संचालन का जिम्मा कुशलतापूर्वक सुश्री मोनिका शर्मा ने निभाया।
समारोह के समापन पर सांस्कृतिक रंग भरते हुए श्रीमती बासमती मिश्रा के निर्देशन में पद्मश्री पं. शंभू महाराज कथक अकादमी के कलाकारों ने डॉ. हरिवंश राय बच्चन की कालजयी कविता पर आधारित ‘मयूरी नृत्य नाटिका’ की प्रस्तुत दी। ताल, भाव और मुद्राओं के माध्यम से प्रस्तुत इस मनोहारी नृत्य ने सभागार को मंत्रमुग्ध कर दिया और दर्शकों से खचाखच भरे हॉल में तालियों की गूंज देर तक बनी रही।
यह पुरस्कार न केवल लेखिका लक्ष्मी पुरी की सृजनशीलता का सम्मान है, बल्कि यह साहित्य, समाज और संस्कृति की सामूहिक चेतना का अभिनंदन भी है