
देश की साप्ताहिक पत्रकारिता में अपनी विशिष्ट पहचान रखने वाला राष्ट्र टाइम्स सोमवार को अपने 45वें स्थापना दिवस पर एक ऐतिहासिक पड़ाव पर पहुंचा। यह महज़ एक समारोह नहीं था, बल्कि सच्ची पत्रकारिता, सामाजिक सरोकार और मूल्यों की पुनः पुष्टि का प्रेरक संगम था। कार्यक्रम का आयोजन प्रेस क्लब ऑफ इंडिया, नई दिल्ली के भव्य सभागार में हुआ, जहाँ पत्रकारिता, राजनीति, साहित्य, समाज सेवा एवं प्रशासन जगत की अनेक नामचीन हस्तियां एकत्रित हुईं।दीपों की आभा से आरंभ, विचारों की ऊंचाइयों तक यात्रा




समारोह की शुरुआत भारतीय परंपरा के अनुरूप दीप प्रज्वलन से हुई। इसके पश्चात राष्ट्र टाइम्स की 45 वर्षों की अनवरत, निर्भीक एवं समर्पित यात्रा को समर्पित एक विशेष स्मृति पत्रिका का लोकार्पण हुआ। इस ऐतिहासिक यात्रा को दस्तावेज़ करती यह पत्रिका अख़बार की चार दशकों की साधना का जीवंत प्रतिबिंब थी।
मुख्य संपादक श्री विजय शंकर चतुर्वेदी ने अपने विचारोत्तेजक भाषण में कहा:”राष्ट्र टाइम्स की नींव किसी पूंजी या सत्ता के समर्थन से नहीं, बल्कि एक विश्वास से रखी गई थी—सच बोलने और सच के साथ खड़े रहने के विश्वास से। हमने कभी अपने मूल्यों से समझौता नहीं किया, और यही कारण है कि आज भी यह अख़बार पाठकों के दिलों में जीवित है। उनके संबोधन में अनुभव की परिपक्वता, संघर्षों की गूंज, और जनमानस के प्रति अटूट प्रतिबद्धता साफ झलकती रही।


इस अवसर पर मंच को शोभायमान किया भारत के राजनीतिक, सामाजिक और पत्रकारिता जगत के प्रतिष्ठित नामों ने। इनमें प्रमुख रहे: गौतम लाहिरी, अध्यक्ष – प्रेस क्लब ऑफ इंडिया, जयप्रकाश अग्रवाल, पूर्व सांसद जे.के. जैन, पूर्व सांसद,
रमाकांत गोस्वामी, पूर्व मंत्री, दिल्ली सरकार डॉ. योगानंद शास्त्री, पूर्व अध्यक्ष, दिल्ली विधानसभा, अनिल भारद्वाज, संचार प्रमुख – डीपीसीसी किशोर उपाध्याय, विधायक, उत्तराखंड पद्मश्री जितेन्द्र सिंह शंटी, प्रख्यात समाजसेवी अनिल वाजपेयी, पूर्व विधायक नीरज ठाकुर, महासचिव – प्रेस क्लब ऑफ इंडिया इन अतिथियों ने राष्ट्र टाइम्स की पत्रकारिता को नमन करते हुए अपने उद्बोधन में इसे लोकतंत्र की निःस्वार्थ प्रहरी की संज्ञा दी।


गौतम लाहिरी ने कहा: मीडिया की व्यावसायिक भीड़ में राष्ट्र टाइम्स जैसे समाचार पत्र संजीवनी की तरह हैं। यह अख़बार न केवल खबरें देता है, बल्कि समाज का विवेक जागृत करता है।” जयप्रकाश अग्रवाल ने अपनी बात में रेखांकित किया: “45 वर्षों की निष्पक्ष पत्रकारिता अपने आप में क्रांति है। यह देश की लोकतांत्रिक आत्मा को जीवित रखने का कार्य है।”

इस भव्य अवसर पर राष्ट्र टाइम्स ने पत्रकारिता, समाज सेवा, साहित्य, संगीत, महिला सशक्तिकरण और सांस्कृतिक योगदान के लिए 25 से अधिक विशिष्ट व्यक्तियों को सम्मानित किया। प्रमुख सम्मानित व्यक्तियों में शामिल थे: संजय गोयल, वरिष्ठ पत्रकार, राजेन्द्र यादव, सामाजिक कार्यकर्ता, देव सागर सिंह, वरिष्ठ पत्रकार श्रीमती नैन भारती, लेखिका व संगीत शिक्षिका, सुश्री राखी अरोड़ा, सामाजिक कार्यकर्ता, रमेश चंद शर्मा, गांधीवादी चिंतक, आलोक गौड़, वरिष्ठ पत्रकार, सुश्री सुनीता धवन, समाजसेवी इन सभी ने अपने वक्तव्यों में राष्ट्र टाइम्स के साथ अपने भावनात्मक जुड़ाव को साझा किया और इसकी मूल्यपरक पत्रकारिता की प्रशंसा की।
समारोह के समापन पर एक बार फिर मंच संभालते हुए संपादक श्री चतुर्वेदी ने कहा:यह समारोह केवल अतीत का उत्सव नहीं, बल्कि भविष्य के लिए संकल्प का क्षण है। जब तक आवाज़ों को दबाया जाता रहेगा, राष्ट्र टाइम्स सच्चाई की मशाल लिए खड़ा रहेगा।”
सभी आगंतुकों को स्मृति चिन्ह भेंट किए गए और पत्रकारिता की इस प्रेरक यात्रा को सम्मान के साथ नमन किया गया। यह आयोजन न केवल पत्रकारिता का पर्व था, बल्कि एक ऐसे विचार का उत्सव था जो समय की धारा में भी अडिग रहा— सत्य, साहस और जनसरोकार।