
नई दिल्ली। कृष्णा नगर जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गुरचरन सिंह राजू को पार्टी से निष्कासित किए जाने के बाद पार्टी में असंतोष की लहर तेज़ हो गई है। संगठन के भीतर इस कार्रवाई को लेकर लगातार विरोध के स्वर उठ रहे हैं। ब्लॉक अध्यक्ष जुगल किशोर और ज़िला उपाध्यक्ष अश्वनी कपूर के इस्तीफ़े के बाद अब तीन और वरिष्ठ नेताओं ने अपने पद से त्यागपत्र दे दिया है।
जगतपुरी ब्लॉक कांग्रेस कमेटी की कार्यकारी अध्यक्ष नीतू बालाजी, गीता कॉलोनी ब्लॉक कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष प्रवेश धवन और ज़िला उपाध्यक्ष दिनेश सहगल ने भी गुरचरन सिंह राजू के निष्कासन को “ग़ैर-संवैधानिक” करार देते हुए इस्तीफ़ा दिया है।
इन नेताओं का कहना है कि पार्टी में तानाशाहीपूर्ण माहौल लगातार बढ़ता जा रहा है और वर्कर्स की बातों को नज़रअंदाज़ किया जा रहा है, जिससे कार्यकर्ताओं में गहरा असंतोष व्याप्त है। तीनों नेताओं ने कांग्रेस हाईकमान से अपील की है कि श्री राजू के निष्कासन को तुरंत वापस लिया जाए और पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कराई जाए।
नीतू बालाजी ने इस अवसर पर कहा, “जब संगठन में गुरचरन सिंह राजू जैसे कर्मठ और व्यवहारिक नेता की इज़्ज़त नहीं हो रही, तो हमारी क्या अहमियत रह जाएगी?”
दिनेश सहगल ने कहा, “राजू जी का निष्कासन अनुचित है। यह कांग्रेस पार्टी के नियमों और परंपराओं के विरुद्ध है। उन्होंने 40 साल से अधिक समय तक पार्टी की सेवा की है और संगठन को मज़बूत किया है।”
प्रवेश धवन ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “राजू जी ने तन, मन और धन से पार्टी की सेवा की है। संगठन को जोड़े रखा है। उनके साथ जो अन्याय हुआ है, वह असहनीय है और हम चुप नहीं बैठेंगे।”
इन इस्तीफ़ों ने न केवल पार्टी की अंदरूनी स्थिति को उजागर किया है, बल्कि यह भी संकेत दिया है कि ज़मीनी कार्यकर्ताओं के बीच नेतृत्व को लेकर गंभीर मतभेद पनप रहे हैं। आने वाले दिनों में और इस्तीफों की आशंका जताई जा रही है।