
संतों की दिव्य उपस्थिति में आध्यात्मिक युग का नया अध्याय आरंभ
एक ऐतिहासिक एवं आध्यात्मिक महत्व के अवसर पर, अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष पूज्य रवींद्र पुरी महाराज ने खाटू श्याम दिल्ली धाम में सनातन सप्तऋषि अखाड़े की औपचारिक घोषणा एवं उद्घाटन किया।
इस अवसर पर सैकड़ों पूज्य संतों, विद्वानों एवं श्रद्धालुओं ने अपनी दिव्य उपस्थिति से कार्यक्रम को भव्यता प्रदान की। समारोह में माननीय महापंडित चंद्रमणि मिश्रा को आचार्य महामंडलेश्वर नियुक्त किया गया तथा घनश्याम गुप्ता जवेरी को सनातन सप्तऋषि अखाड़े का राष्ट्रीय अध्यक्ष घोषित किया गया।

पूज्य संतों की शोभायात्रा और मंगल वचनों के बीच कार्यक्रम का वातावरण पूर्णतः आध्यात्मिक एवं भावविभोर कर देने वाला था। इस अवसर पर महंत राम रतन गिरि महाराज, ललितानंद गिरि महाराज, महस्वरूप महाराज, धर्मदेव महाराज, स्वामी कृष्ण नंद परमहंस (कालिदास जी महाराज), तथा डॉ. नरेश चंद शास्त्री की गरिमामयी उपस्थिति रही।
श्री रवींद्र पुरी महाराज ने सभी संतों का सम्मान करते हुए सप्तऋषि धाम की आधारशिला रखी। उन्होंने इसे “आध्यात्मिक पुनर्जागरण का प्रतीक” बताया, जो आने वाली पीढ़ियों को सनातन संस्कृति से जोड़ने का कार्य करेगा।
इस पावन अवसर पर संतजनों ने घनश्याम गुप्ता जावेरी के अथक प्रयासों की सराहना की। उन्होंने उन्हें उस आध्यात्मिक सेतु के रूप में सम्मानित किया, जिन्होंने एक समय बंजर रही भूमि को भक्ति और सनातन धर्म के समृद्ध केंद्र में परिवर्तित कर दिया।
खाटू श्याम दिल्ली धाम आज भारतीय संस्कृति और सनातन मूल्यों का जीवंत केंद्र बनता जा रहा है, जो एकता, भक्ति और आध्यात्मिक उत्थान का प्रतीक है।