




25वीं सिल्वर जुबली अस्थि कलश विसर्जन यात्रा के अवसर पर आयोजित समारोह में क्षेत्र के अनेक सम्मानित अतिथियों की उपस्थिति ने कार्यक्रम की गरिमा को और बढ़ा दिया। समाज के विभिन्न वर्गों और संस्थाओं से जुड़े लोग बड़ी संख्या में पहुँचे और इस भव्य आयोजन को ऐतिहासिक बना दिया।
विशिष्ट अतिथियों की उपस्थिति
कार्यक्रम के मंच पर विशेष रूप से उपस्थित रहे:
- सिद्धार्थ राव (कांग्रेस जिला अध्यक्ष)
- कमल कांत शर्मा (लोकसभा प्रभारी)
- सतेन्द्र शर्मा (पूर्व विधानसभा प्रत्याशी)
- मुरारी लाल
- संजय गौतम (अध्यक्ष, त्रिनगर ब्लॉक कांग्रेस कमेटी)
इन सभी गणमान्य अतिथियों ने समाज के इस महत्वपूर्ण आयोजन को अपना आशीर्वाद और सहयोग प्रदान किया। उनके वक्तव्यों ने समाज में नई ऊर्जा का संचार किया और यह संदेश दिया कि जब समाज एकजुट होकर कार्य करता है तो वह किसी भी लक्ष्य को प्राप्त कर सकता है।
कार्यक्रम का सफल मंच संचालन रोहतास बसोया द्वारा किया गया, जिनकी ओजस्वी वाणी और संतुलित प्रस्तुति ने पूरे समारोह को और अधिक रोचक एवं प्रभावशाली बना दिया।
सम्राट मिहिर भोज का ऐतिहासिक योगदान
समारोह के दौरान विशेष रूप से सम्राट मिहिर भोज की महान गाथा का स्मरण किया गया।
सम्राट मिहिर भोज, गुर्जर प्रतिहार वंश के महान शासक थे। उन्होंने अपने पराक्रम, अद्वितीय सैन्य कौशल और दूरदृष्टि से मध्यकालीन भारत को विदेशी आक्रमणों से सुरक्षित रखा। उनके शासनकाल को सांस्कृतिक, धार्मिक और राजनीतिक दृष्टि से भारत का स्वर्णिम युग माना जाता है।
उनके काल में न केवल साम्राज्य सुरक्षित और सशक्त रहा, बल्कि शिक्षा, साहित्य, कला और धर्म ने भी नई ऊँचाइयों को छुआ। आज भी गुर्जर समाज और समस्त देशवासी उनके पराक्रम, राष्ट्ररक्षा की भावना और प्रशासनिक कुशलता को गर्व और श्रद्धा के साथ याद करते हैं।
कार्यक्रम में उमड़ा जनसैलाब
समारोह स्थल पर आसपास के ही नहीं, बल्कि दूर-दराज़ के क्षेत्रों से भी समाज के लोग भारी संख्या में पहुँचे। उत्साह, भक्ति और एकता का अद्भुत दृश्य देखने को मिला।
मंच से वक्ताओं ने गुर्जर समाज की एकता, शिक्षा, राजनीति और सामाजिक उत्थान जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर अपने विचार रखे। सभी वक्ताओं ने यह संदेश दिया कि यदि हम सम्राट मिहिर भोज जैसे महापुरुषों के आदर्शों को अपनाएँ तो समाज और राष्ट्र दोनों का भविष्य उज्ज्वल हो सकता है।
सभा में सर्वसम्मति से यह संकल्प लिया गया कि समाज के लोग भाईचारे और एकता की भावना के साथ आगे बढ़ते रहेंगे और शिक्षा तथा सामाजिक प्रगति को अपना मुख्य लक्ष्य बनाएंगे।
वरिष्ठ नागरिकों का सम्मान
आयोजन की विशेषता यह रही कि समाज के वरिष्ठ नागरिकों को विशेष रूप से आमंत्रित कर उनका सम्मान किया गया। उनके जीवन अनुभवों और मार्गदर्शन ने युवा पीढ़ी को प्रेरणा दी। उपस्थित जनसमूह ने एक स्वर में यह माना कि समाज तभी वास्तविक प्रगति कर सकता है जब नई पीढ़ी अपने इतिहास, संस्कृति और परंपराओं से जुड़ी रहे और बुजुर्गों का आशीर्वाद प्राप्त करती रहे।
आयोजन का महत्व
यह आयोजन केवल अस्थि कलश विसर्जन यात्रा या सम्राट मिहिर भोज की स्मृति को जीवित करने का माध्यम नहीं रहा, बल्कि इसने पूरे समाज को एक साथ लाने का कार्य किया।
- इसने हमें हमारी गौरवशाली परंपराओं की याद दिलाई।
- यह समाज के लिए आत्मगौरव और आत्मसम्मान का क्षण बना।
- और सबसे महत्वपूर्ण, इस आयोजन ने हमें यह संदेश दिया कि यदि हम मिलकर कार्य करें तो समाज की एकता, शिक्षा और प्रगति सुनिश्चित है।