हिंदी भाषा के समर्पित साधक, साहित्य और संस्कृति के सच्चे सेवक, स्वर्गीय नारायण दत्त पालीवाल जी की 23वीं पुण्यतिथि पर ‘राष्ट्र टाइम्स’ परिवार भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित करता है।

पालीवाल जी न केवल हिंदी अकादमी, दिल्ली के पूर्व सचिव रहे, बल्कि उन्होंने अपनी विदुषी धर्मपत्नी स्वर्गीय मधु भाभी के साथ मिलकर दिल्ली में हिंदी के प्रसार और प्रतिष्ठा के लिए आजीवन अविरल प्रयास किया। उनके अथक परिश्रम, दूरदर्शिता और निष्ठा के कारण हिंदी को न केवल सरकारी और शैक्षिक संस्थानों में नई पहचान मिली, बल्कि साहित्यिक और सांस्कृतिक जगत में भी उसे एक सशक्त मंच प्राप्त हुआ।

पालीवाल जी का व्यक्तित्व सरल, विनम्र और प्रेरणादायी था। उन्होंने सदैव यह विश्वास रखा कि हिंदी केवल एक भाषा नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति की आत्मा है। उनके योगदान ने आने वाली पीढ़ियों को यह संदेश दिया कि मातृभाषा के प्रति समर्पण ही सच्चा राष्ट्र-सेवा का मार्ग है।
उनकी स्मृतियाँ आज भी हिंदी प्रेमियों के हृदय में अमर हैं। उनकी कार्यशीलता, समर्पण भावना और विचारधारा आने वाले युगों तक प्रेरणा देती रहेगी।
‘राष्ट्र टाइम्स’ परिवार उनके प्रति अपनी गहरी श्रद्धा, कृतज्ञता और विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करता है।