चंद्र मोहन शर्मा
धर्मपा जी से अपने करीब चार दशक के फिल्म क्रिटिक करियर में कितनी बार मिला याद तक नहीं ,,वो फोटो खिंचवाने का दौर नहीं था, इक्का दुक्का फोटो प्रेमी पत्रकार तब किसी कैमरामैन को साथ लाते उन्हें एक्टर से मिलवाने और फ्री की मस्त पार्टी का झांसा देते बस शर्त इतनी होती कि जैसे ही वो पत्रकार एक्टर के सामने हो झट फोटो खींचते रहना फिर जब प्रिंट बनाकर ये उन्हें देते कुछ पैसा भी इन कैमरामैन को इनसे मिलता, मैं इस श्रेणी में कभी नहीं रहा सो धर्म पा जी हर बार गर्मजोशी से मिलते खूब गुफ्तगू भी होती लेकिन फोटो से क्या लेना देना, अगर याद करूं तो ऐसे दर्जनों किस्से है लेकिन कुछ दिल के पास के किस्से आपके साथ सांझा करता हु इस सीरीज में पहला लेख
बात है, उस वक्त की जब अपने धर्म पा जी से नई दिल्ली के फाइव स्टार होटल ली मेरेडियन में एक देसी घी कंपनी के नये प्रोडक्ट घी और दही की लांच पर आए उस वक्त धर्म जी सांसद भी थे मैं फिल्म पत्रकार था मुझे इस इवेंट के कवरेज के लिए कहा गया, धर्म पा जी ने यहां मीडिया से बात करते हुए साफ किया कि वह इस प्रोडक्ट के ब्रांड एंबेसडर नहीं है ये लोग मेरे अपने है इनके ब्रांड को कई हफ्ते खुद प्रयोग किया अच्छा लगा तो इनके अनुरोध पर आ गया हूं कुछ सवाल जवाब के बाद धर्म पा जी जब निकलने लगे तो यहां आए टीवी चैनल वाले उनके पीछे दौड़े ताकि अलग से बात हो जाए लेकिन धर्म पा जी सॉरी सॉरी करते हुए वहां से बाहर जाने लगे अपनी कार के ड्राइवर को भी तुरंत आने के लिए खुद भी फोन किया आयोजको ने भी फोन किया लेकिन टीवी वाले तो हाथ धोकर उनके पीछे थे ऐसे में वह बचते बचाते दूसरे गेट से मेन रोड पर आ गए पीछे से आ रहे एक थ्री व्हीलर को हाथ दिया ड्राइवर ने स्कूटर रोकी तो धर्म पा जी ने झट सीधे चलने को कहा और पल भर ने स्कूटर गायब और साथ ही धर्म पा जी भी।
बस फिर क्या था टीवी चैनल उनकी एंटी रिपोर्टिंग में लग गए सभी का हेडिंग हटा मीडिया से किनारा किया , आम जनता के सवालों का जवाब देने से बचने के लिए सांसद धर्मेंद्र मीडिया से भागे।
वहीं , मैने अपने अखबार में अपनी स्टोरी का हेडिंग” सुरक्षा की परवाह नहीं करके ऑटो में सवार होकर
निकल गए “”ही मैन धर्मेंद्र”
मैने अपनी रिपोर्ट को धर्म पा जी की दिलेरी और फैंस के बीच रहने का जज्बा पेश करने वाले धर्म पा जी द्वारा अपनी सुरक्षा की भी परवाह ना करने वाले फिल्मी नहीं रीयल हीरो के एंगल पर फाइल किया ।
मैने अपनी न्यूज में धर्म पा जी को ऐसा हीरो बताया जो दूसरे फिल्मी हीरो की तरह अपने साथ बाउंसरों और गार्ड की फौज नहीं रखते , ली मेरेडियन होटल की पार्किंग से जब उनकी कार बाहर नहीं आ पाई तो होटल से बाहर आए और फैंस के बीच से निकलते हुए रोड पर आए और पीछे से आ रहे एक खाली ऑटो में सवार होकर फैंस को हाथ हिलाते हुए निकल गए।
अगले दिन मेरी यह मेरे न्यूज पेपर के पहले पेज पर प्रकाशित हुई और फिर ऐसा कुछ हुआ जैसा मैने सोचा भी नहीं था, मैं 12,30 के करीब आफिस पहुंचा तो रिस्पेशन पर ड्यूटी कर रहे गार्ड ने बताया आपके लिए तीन चार बार किसी धर्मेन्द्र का फोन आ रहा है, उस वक्त धर्म पा जी को सांसद का बंगला मिला हुआ था और उन्होंने गार्ड को अपने बंगले का लैंड लाइन का नम्बर दिया था , सो मैने भी परवाह नहीं की। अभी सीट पर बैठा ही था कि गार्ड का फोन आया फिर उसी धर्मेंद्र का फोन आया है मैने कह दिया कि चंद्र मोहन आ गए है और धर्मेंद्र दूसरे फोन पर इंतजार कर रहा है, आप आ जाए, मैं फोन सुनने आया तो उधर से आवाज आई “”काका, मैं धर्मेंद्र बोल रहा हूं, मैं हतप्रभ रह गया क्योंकि यह आवाज सुपर स्टार धर्मेंद्र जी की थी फोन पर “ही मैन “धर्म जी ही बोल रहे थे, बोले दिल्ली मै जब आता हु तो दिन की शुरुआत अखबार से करता हु, कल से टीवी चैनल वाले मुझे ना जाने क्या क्या बताकर खबर दिखा रहे है कोई घमंडी तो कोई मीडिया से भागने वाला बताता फिर रहा है, पर आज सुबह आपका अखबर पढ़ कर लगा खबर तो यह भी हो सकती थी, शुक्रिया शुक्रिया , सनी और बॉबी भी खबर पढ़कर खुश हुए और मैं तो खबर पढ़ने के बाद से आपके ऑफिस के नंबर पर फोन कर रहा हु, आज वापस मुंबई जाना है , दिल्ली आते ही काका तुम्हे मोबाइल पर फोन करूंगा , जल्दी ही मिलेंगे और करीब तीस दिन बाद धर्म पा जी ने वादा निभाया और अपने सांसद वाले बंगले में मिले ।
मेरा करीब चार दशक के फिल्म करियर का अनुभव है कि फिल्म इंडस्ट्री में धर्मेंद्र जैसा जमीन से जुड़ा और फैंस के दिलो पर राज करने वाला रीयल हीरो ना तो कोई था और ना आगे होगा। अब तो बस धर्म पा जी आपके लिए बस यही दुआ करता हूं रब से ,,,,,,,,,,,
ओ जाने वाले हो सके तो लौट के आना,,,,