गढ़वाली, कुमाउँनी एवं जौनसारी अकादमी, दिल्ली द्वारा उत्तराखण्ड के प्रसिद्ध लोकपर्व ईगास बग्वाल के अवसर पर
बुराड़ी, दिल्ली में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम गढ़वाली, कुमाउँनी एवं जौनसारी अकादमी के उपाध्यक्ष कुलदीप भण्डारी के सान्निध्य में सम्पन्न हुआ।
इस अवसर पर बुराड़ी के विधायक संजीव झा, क्षेत्रीय निगम पार्षद रूबी रावत, गगन चौधरी सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति एवं बड़ी संख्या में संस्कृति-प्रेमी दर्शक उपस्थित थे।
कला दर्पण सांस्कृतिक दल बुराड़ी, दिल्ली ने बुराड़ी क्षेत्र के ही लोक-कलाकारों द्वारा उत्तराखण्ड की लोक संस्कृति के विभिन्न पक्षों की जीवंत प्रस्तुति की। खचाखच भरे पांडाल में उपस्थित लोगों ने इस सांस्कृतिक संध्या का जमकर लुत्फ उठाया। लोग अपनी संस्कृति से जुड़कर मंत्रमुग्ध हो गए।
अकादमी के उपाध्यक्ष कुलदीप भण्डारी ने ईगास बग्वाल की शुभकामनाएं देते हुए ईगास बग्वाल के महत्व पर सारगर्भित प्रकाश डाला।
गढ़वाली, कुमाउँनी एवं जौनसारी अकादमी दिल्ली के सचिव संजय गर्ग ने उत्तराखण्ड के लोकपर्व ईगास बग्वाल की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि उत्तराखण्ड में ईगास बग्वाल को बूढ़ी दीपावली भी कहते हैं। ऐसी मान्यता है कि भगवान राम के अयोध्या लौटने की ख़बर पहाड़ी क्षेत्रों में ग्यारह दिन बाद पहाड़ी क्षेत्रों में पहुँची थी। इसीलिए लोग दीपोत्सव के ग्यारह दिन बाद ईगास बग्वाल मनाते हैं।
कार्यक्रम में गढ़वाली, कुमाउँनी और जौनसारी अकादमी, दिल्ली के सचिव संजय गर्ग ने सभी अतिथियों, कलाकारों और दर्शकों का आभार व्यक्त किया।