
उपाध्यक्ष अमरजीत सिंह बिल्ला और सचिव रोहित मारवाहा का बड़ा ऐलान — अन्याय के खिलाफ बगावत, पार्टी पद से सामूहिक इस्तीफा!
हम, अमरजीत सिंह बिल्ला (उपाध्यक्ष) और रोहित मारवाहा (सचिव), जिला कांग्रेस कमेटी कृष्णा नगर, आज एक बेहद दर्द भरे दिल, गहरे आक्रोश और बेहद दुखद परिस्थिति में यह सार्वजनिक घोषणा कर रहे हैं कि हम कांग्रेस पार्टी के सभी पदों से त्यागपत्र दे रहे हैं।
यह इस्तीफा कोई राजनीति नहीं है। यह सिद्धांतों की लड़ाई है। यह सच्चाई और न्याय के लिए हमारी आवाज़ है। यह कार्यकर्ताओं के स्वाभिमान की चिंगारी है जो अब शोला बनकर उठी है।
राजू जी के साथ अन्याय नहीं सहेगा कृष्णा नगर!
हमारे आदरणीय जिला अध्यक्ष, सरदार गुरचरण सिंह राजू जी, जिन्होंने अपनी पूरी जवानी, अपनी ऊर्जा, अपनी वफादारी कांग्रेस पार्टी के नाम कर दी — उन्हें जिस अमानवीय और अन्यायपूर्ण तरीके से पार्टी से निष्कासित किया गया है — वह हम जैसे सच्चे कांग्रेस कार्यकर्ताओं के सीने पर करारी चोट है।
जिस नेता ने अपने परिवार की तीन पीढ़ियों को कांग्रेस की सेवा में झोंक दिया, आज उसे गुमनाम तरीके से, बंद कमरों में बैठे कुछ स्वार्थी नेताओं ने, न लोकतांत्रिक प्रक्रिया का पालन किया, न कार्यकर्ताओं से मशविरा किया, न जांच की, बस एक मनमानी फरमान जारी कर पार्टी से निकाल दिया।
हम पूछते हैं — क्या पार्टी के सच्चे सिपाही का इतना ही मोल है?
क्या संघर्ष करने वाले नेता का इनाम यही है?
क्या जमीनी नेता सिर्फ राजनीतिक शिकार बनने के लिए होते हैं?
साफ चेतावनी — अन्याय रद्द हो, राजू जी की वापसी हो!
हम खुले शब्दों में कहना चाहते हैं कि:
जब तक हमारे नेता गुरचरण सिंह राजू जी को न्याय नहीं मिलेगा, जब तक पार्टी अपने अन्यायपूर्ण निर्णय को वापस नहीं लेगी, हम कांग्रेस पार्टी के किसी भी मंच, बैठक, अभियान या जिम्मेदारी में भाग नहीं लेंगे।
कृष्णा नगर का हर कार्यकर्ता एक स्वर में कह रहा है —
“राजू जी का अपमान नहीं सहेंगे, कार्यकर्ताओं की अनदेखी नहीं सहेंगे, तानाशाही नहीं सहेंगे!“
यह इस्तीफा क्रांति की शुरुआत है!
यह सिर्फ हम लोगों का इस्तीफा नहीं है, यह कृष्णा नगर के हजारों वफादार कार्यकर्ताओं के दर्द की चीख है।
यह उन सभी सच्चे कांग्रेसियों की आवाज है जिनकी मेहनत को कुछ स्वार्थी दरबारियों ने हमेशा कुचला है।
यह उस राजनीति के खिलाफ बगावत है जो जमीनी कार्यकर्ताओं को सिर्फ भीड़ समझती है लेकिन उनका सम्मान भूल जाती है।
हमारे सवाल दिल्ली कांग्रेस से हैं —
क्या कांग्रेस में मेहनती सिपाहियों की कोई कदर नहीं बची?
क्या विचारधारा और संघर्ष का मूल्य सिर्फ भाषणों तक सीमित रह गया है?
क्या अब पार्टी में तानाशाही संस्कृति स्वीकार्य है?
हम चुप नहीं बैठेंगे!
हम लड़ेंगे, बोलेंगे और सच्चाई के लिए हर मंच पर खड़े रहेंगे!
हम कांग्रेस विचारधारा के सच्चे सैनिक हैं — लेकिन अन्याय के खिलाफ बगावत हमारा धर्म है!
हम आज भी कांग्रेस के गांधीवादी सिद्धांतों में आस्था रखते हैं।
हम आज भी नेहरू-इंदिरा की समाजवादी सोच में विश्वास रखते हैं।
लेकिन हम तानाशाही के सामने झुकेंगे नहीं!
हम कार्यकर्ताओं के अपमान को सहेंगे नहीं!
हमारा संकल्प — न्याय की लड़ाई अंतिम सांस तक जारी रहेगी!
कृष्णा नगर का हर गली-मोहल्ला आज एक ही आवाज़ दे रहा है —
“राजू जी हम आपके साथ हैं!”
हमारी निष्ठा, हमारी वफादारी और हमारे स्वाभिमान का कोई सौदा नहीं हो सकता!
इंकलाब का पहला कदम उठा दिया गया है — हम मजबूती से लड़ेंगे!
जय कांग्रेस! विजय कांग्रेस!
गांधी-नेहरू विचारधारा अमर रहे!
गुरचरण सिंह राजू ज़िंदाबाद!
राहुल गांधी ज़िंदाबाद!
अमरजीत सिंह बिल्ला
उपाध्यक्ष, जिला कांग्रेस कमेटी, कृष्णा नगर
रोहित मारवाहा
सचिव, जिला कांग्रेस कमेटी, कृष्णा नगर