
रजनीश तोमर
नई दिल्ली/लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश ने स्वच्छता के क्षेत्र में नया कीर्तिमान स्थापित किया है। स्वच्छ सर्वेक्षण 2024-25 में उत्तर प्रदेश के कई शहरों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए राष्ट्रीय स्तर पर कई श्रेणियों में प्रतिष्ठित पुरस्कार प्राप्त किए हैं। राजधानी लखनऊ को देश के तीसरे सबसे स्वच्छ शहर का गौरव हासिल हुआ है, साथ ही ऐतिहासिक 7-स्टार गारबेज फ्री सिटी (GFC) रेटिंग प्राप्त करते हुए प्रेसिडेंशियल अवार्ड से नवाजा गया।
उत्तर प्रदेश के 6 शहर देश के 20 सबसे स्वच्छ शहरों में
सर्वेक्षण के नौवें संस्करण में उत्तर प्रदेश के 6 शहर देश के टॉप-20 सबसे स्वच्छ शहरों में शामिल हुए हैं, जो राज्य के लिए गर्व का विषय है। गुरुवार को विज्ञान भवन में आयोजित सम्मान समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने यह पुरस्कार प्रदान किए। प्रदेश की ओर से कैबिनेट मंत्री एके शर्मा ने पुरस्कार ग्रहण किए।

प्रयागराज को मिला ‘सबसे स्वच्छ गंगा शहर’ का खिताब
गंगा किनारे बसी प्रयागराज को ‘सबसे स्वच्छ गंगा शहर’ का सम्मान प्राप्त हुआ है। महाकुंभ और अन्य आयोजनों में स्वच्छता के बेहतरीन प्रबंधन के लिए प्रयागराज को अतिरिक्त स्वच्छ महाकुंभ 2025 पुरस्कार भी दिया गया।
गोरखपुर की दोहरी उपलब्धि
गोरखपुर ने दोहरी सफलता अर्जित की — ‘सफाईमित्र सुरक्षित शहर’ में तीसरा स्थान और 5-स्टार GFC रेटिंग के साथ 3-10 लाख आबादी वर्ग में चौथा स्थान हासिल किया।
आगरा बना उभरता स्वच्छ शहर
आगरा को राष्ट्रीय स्तर पर 32वां स्थान और ‘उभरता स्वच्छ शहर’ का पुरस्कार मिला। साथ ही आगरा ने भी 5-स्टार GFC रेटिंग अर्जित की।
मुरादाबाद, बिजनौर, शमशाबाद का सराहनीय प्रदर्शन
मुरादाबाद ने 3-10 लाख आबादी श्रेणी में 10वां स्थान प्राप्त किया। मध्यम शहरों में बिजनौर ने 29वां और शमशाबाद ने 95वां स्थान हासिल किया।

उत्तर प्रदेश के लिए स्वच्छता में नया युग : एके शर्मा
कैबिनेट मंत्री एके शर्मा ने कहा कि, “मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के नेतृत्व और नगर निकायों के सामूहिक प्रयासों के कारण ही यह अभूतपूर्व सफलता मिली है। हमारा अगला लक्ष्य उत्तर प्रदेश को भारत का सबसे स्वच्छ राज्य बनाना है।”
प्रमुख सचिव बोले— निगरानी व प्रशिक्षण का परिणाम
प्रमुख सचिव शहरी विकास ने कहा कि यह सफलता कठोर निगरानी, प्रशिक्षित मानव संसाधन और मजबूत पर्यवेक्षण का परिणाम है। उत्तर प्रदेश अब ODF++, Water+ और GFC रेटिंग में लगातार प्रगति कर रहा है।
उत्तर प्रदेश के लिए यह उपलब्धि स्वच्छता आंदोलन में एक नया अध्याय लिखती है, जो न केवल राज्य बल्कि पूरे देश के लिए प्रेरणास्रोत है।