
देशभर के रेडीमेड गारमेंट्स, साड़ी-लहंगे और लेडीज़ सूट की झलक से सजी रही प्रदर्शनी – महिलाओं की उद्यमिता और आत्मनिर्भरता का बना प्रतीक
प्रगति मैदान स्थित भारत मंडपम में आयोजित दो दिवसीय “दिल्ली टफ एथनिक एक्सपो” (Delhi Tuff Ethnic Expo) का शानदार समापन हुआ। यह एक्सपो देशभर के रेडीमेड गारमेंट्स, लेडीज़ सूट, साड़ी, लहंगा और टेक्सटाइल्स व्यवसाय से जुड़े निर्माताओं और व्यापारियों के लिए एक प्रमुख मंच बनकर उभरा। हजारों की संख्या में आए दर्शकों, खासकर महिलाओं ने, देश के विभिन्न हिस्सों से आए फैशन डिजाइनर्स और व्यापारियों के नवीनतम और आकर्षक संग्रह का अवलोकन किया। प्रदर्शनी में भारतीय परंपरा और आधुनिकता का अद्भुत संगम देखने को मिला — एक ओर जहां पारंपरिक कढ़ाईदार साड़ियाँ, लहंगे और सूट प्रदर्शित किए गए, वहीं दूसरी ओर ट्रेंडिंग रेडीमेड गारमेंट्स ने युवाओं को आकर्षित किया।
ट्रीयू यूनिटी ग्रुप एसोसिएशन (True Unity Group Association) के संरक्षक अशोक अग्रवाल एवं सचिव पुनीत आहूजा ने कहा, “यह सिर्फ एक फैशन एग्ज़िबिशन नहीं बल्कि महिलाओं के हुनर, उद्यमिता और आत्मनिर्भरता को प्रोत्साहन देने वाला मंच था।”
उन्होंने बताया कि चाँदनी चौक व गांधीनगर मार्केट जैसे प्रमुख मैन्युफैक्चरिंग हब होने के बावजूद इनकी पहचान आज भी पूरी तरह राष्ट्रीय स्तर पर स्थापित नहीं हो पाई है। इस एक्सपो का मुख्य उद्देश्य दिल्ली की इन मार्केट्स को भारत का सबसे बड़ा और प्रभावशाली गारमेंट्स मार्केट घोषित करवाने की दिशा में एक ठोस पहल करना है।
एसोसिएशन के उपाध्यक्ष विकास कपूर एवं प्रमुख व्यापारी नेता प्रदीप तिवारी ने कहा कि इस आयोजन से डिज़ाइनर्स और छोटे व्यापारियों को एक साझा मंच मिला, जहाँ उन्हें न केवल अपने कलेक्शन प्रदर्शित करने का अवसर मिला, बल्कि उपभोक्ताओं को भी एक ही छत के नीचे क्वालिटी और ट्रेंडिंग फैशन की व्यापक रेंज उपलब्ध रही। इसके साथ ही लोगों ने एक सुरक्षित, उत्साहपूर्ण और आधुनिक वातावरण में शॉपिंग का आनंद लिया।
चाँदनी चौक के वरिष्ठ साड़ी व्यवसायी हरविंदर सचदेव और दिनेश अरोड़ा ने बताया कि इस एथनिक एक्सपो में न केवल भारत के विभिन्न राज्यों से व्यापारी शामिल हुए, बल्कि विदेशों से भी फैशन इंडस्ट्री के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। इससे न केवल देश में बल्कि वैश्विक स्तर पर भी भारतीय टेक्सटाइल और रेडीमेड गारमेंट्स का नाम रोशन होने की संभावना बढ़ गई है। व्यापारियों का मानना है कि चाँदनी चौक मार्केट को “देश की सबसे बड़ी मार्केट” का दर्जा दिया जाना चाहिए, क्योंकि यह सौ वर्षों से भी पुरानी मार्केट आज भी देशभर के व्यापारियों और ग्राहकों की पहली पसंद बनी हुई है। बावजूद इसके, इस क्षेत्र को पर्याप्त बुनियादी सुविधाएं न मिलने के कारण देशभर से आने वाले व्यापारियों और ग्राहकों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। दिल्ली टफ एथनिक एक्सपो न केवल व्यापार को बढ़ावा देने की दिशा में एक सार्थक प्रयास सिद्ध हुआ, बल्कि इससे महिला सशक्तिकरण, पारंपरिक भारतीय परिधानों की वैश्विक पहचान और स्थानीय उद्यमिता को भी नई ऊर्जा मिली।