नयी दिल्ली। तेलंगाना विधानसभा चुनाव से कुछ दिन पहले ही पूर्व कांग्रेस सांसद मोहम्मद अजहरुद्दीन को शुक्रवार को प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया गया। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने इसी के साथ तेलंगाना कांग्रेस में कुछ नयी नियुक्तियों को भी मंजूरी दी। प्रदेश इकाई में दो पार्टी उपाध्यक्षों- बी एम विनोद कुमार और जाफर जावेद, आठ नये महासचिवों और चार सचिवों के नामों को मंजूदी प्रदान की गयी है। कांग्रेस महासचिव अशोक गहलोत की ओर से जारी बयान में कहा गया है, ‘‘कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने पूर्व सांसद मोहम्मद अजहरुद्दीन की तेलंगाना कांग्रेस समिति के कार्यकारी अध्यक्ष के रुप में नियुक्ति को मंजूरी दी है।’’ अजहरुद्दीन भारतीय क्रिक्रेट टीम के पूर्व कप्तान हैं। 2000 में मैच फिक्सिंग में फंसने के बाद उनका क्रिक्रेट करियर अचानक समाप्त हो गया और बीसीसीआई ने उन पर आजीवन प्रतिबंध लगा दिया। हालांकि आंध्रप्रदेश उच्च न्यायालय ने 2012 में उनपर आजीवन प्रतिबंध को अवैध घोषित कर दिया। अजहरुद्दीन 2009 में उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद से कांग्रेस के टिकट पर सांसद चुने गये थे। उसी साल वह पार्टी में शामिल हुए थे। उन्होंने 2014 में राजस्थान के टोंक सवाई माधोपुर से चुनाव लड़ा था लेकिन वह पराजित हुए थे। हैदराबाद से आने वाले अजहरुद्दीन तेलंगाना के सिकंदराबाद निर्वाचन क्षेत्र से 2019 का लोकसभा चुनाव लड़ना चाहते हैं। तेलंगाना में सात दिसंबर को विधानसभा चुनाव है। कांग्रेस ने दिल्ली के पूर्व सांसद संदीप दीक्षित को पार्टी का सचिव भी नियुक्त किया है और उन्हें ‘सिविक और सोशल आउटरीच कांग्रेस’ संबद्ध किया गया है। दीक्षित दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के बेटे हैं और पूर्वी दिल्ली से सांसद रह चुके हैं। पार्टी ने लिंगाराजू को कर्नाटक प्रदेश मछुआरा कांग्रेस का अध्यक्ष भी नियुक्त किया है।