नई दिल्ली: पर्सनल कंप्यूटर बनाने वाले कंपनी लेनेवो ने तमिलनाडु सरकार का एक बड़ा कॉन्ट्रैक्ट हासिल किया है. कॉन्ट्रैक्ट के मुताबिक, कंपनी राज्य के 15 लाख छात्रों को फ्री लैपटॉप बांटेगी. न्यूज एजेंसी पीटीआई भाषा के मुताबिक, इलेक्ट्रॉनिक कॉर्पोरेशन ऑफ तमिलनाडु (ELCOT) ने लेनेवो को लैपटॉप की सप्लाई के लिए चुना है. ELCOT प्रोक्योरमेंट एजेंसी है जो कि तमिलनाडु सरकार के आईटी विभाग के तहत परिचालित होती है. ELCOT के एक वरिष्ठ अधिकारी बताया, “हमने अभी तक ऑर्डर का मूल्य तय नहीं किया है. 2018-19 के लिए 15 लाख लैपटॉप बांटे जाने हैं.”
सरकार ने सरकारी, सरकार से सहायता प्राप्त स्कूलों, कॉलेजों में पढ़ने वाले छात्रों के कौशल को बढ़ाने के लिए यह निर्णय लिया है. 2011 में, तत्कालीन मुख्यमंत्री जयललिता ने इस स्कीम की घोषणा की थी. यह एआईडीएमके के चुनावी वादों में से एक है. 2015-16 में, तमिलनाडु सरकार ने 5.19 लाख लैपटॉप जबकि 2016-17 में 5.58 लाख लैपटॉप बांटे थे. तमिलनाडु में 2020 में विधानसभा चुनाव होने हैं. एआईडीएमके सत्ता में है. पलानीस्वामी मुख्यमंत्री है. लैपटॉप योजना को आगामी विधानसभा चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है.
अखिलेश यादव कर चुके हैं लैपटॉप पॉलिटिक्स
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव लैपटॉप पॉलिटिक्स कर चुके हैं. अखिलेश यादव ने 2012 के विधानसभा चुनाव में हाईस्कूल और इंटरमीडिएट के छात्र-छात्राओं को लैपटॉप और टेबलेट बांटने का वादा किया था. प्रदेश में उनकी पार्टी को शानदार जीत मिली थी. समाजवादी पार्टी ने अखिलेश यादव के नेतृत्व में सरकार बनाई थी. सीएम बनने के बाद अखिलेश यादव ने अपने चुनावी वादे को पूरा करते हुए 12वीं और 10वीं के छात्रों को बांटे गए लैपटॉप और टैबलेट बांटे थे. हालांकि 2017 में उनकी सरकार चुनाव हार गई.