
प्रदेश अध्यक्ष पर अपमान, धमकी और संगठन के दुरुपयोग के गंभीर आरोप, पार्टी की गरिमा पर सवाल
चंद्र मोहन शर्मा
दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी में भीतर ही भीतर सुलग रही असंतोष की चिंगारी अब खुलकर शोला बन गई है। कृष्णा नगर जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गुरचरन सिंह राजू ने प्रदेश अध्यक्ष देवेंद्र यादव की कार्यप्रणाली और व्यवहार पर गंभीर सवाल खड़े करते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष को एक विस्तृत शिकायत पत्र भेजा है। इस पत्र में उन्होंने यादव पर अपमानजनक भाषा, धमकी भरे रवैये, और संगठनात्मक मर्यादा की अनदेखी जैसे संगीन आरोप लगाए हैं।
बैठक में किया गया अपमान, मनमानी नियुक्तियों पर जताया विरोध
प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए गुरचरन सिंह राजू ने कहा कि हाल ही में दिल्ली प्रदेश कांग्रेस की बैठक के दौरान उन्हें जानबूझकर अपमानित किया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि बिना किसी विचार-विमर्श अथवा सूचना के, कृष्णा नगर जिला अंतर्गत ब्लॉक अध्यक्षों की मनमानी नियुक्तियाँ की गईं। जब उन्होंने इस पर आपत्ति जताई, तो प्रदेश अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने उनके साथ दुर्व्यवहार करते हुए धमकी भरे और अशोभनीय शब्दों का प्रयोग किया।
“K.C. वेणुगोपाल हमारी जेब में हैं…”—चौंकाने वाली टिप्पणी से गरिमा तार-तार
राजू ने दावा किया कि इस बैठक के दौरान प्रदेश अध्यक्ष के एक करीबी सहयोगी ने आपत्तिजनक टिप्पणी की—
“K.C. वेणुगोपाल हमारी जेब में हैं, हमारा कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता।”
इस कथन ने न केवल उन्हें आहत किया, बल्कि पार्टी के शीर्ष नेतृत्व और संगठन की संस्थागत गरिमा पर भी गहरा प्रश्नचिह्न खड़ा कर दिया।
यूथ कांग्रेस चुनावों में धांधली का आरोप, पुत्र को बनाया गया निशाना
राजू ने यह भी खुलासा किया कि हाल ही में हुए यूथ कांग्रेस चुनावों में बड़े पैमाने पर धांधली, पक्षपात और भेदभाव किया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि उनके पुत्र हरप्रीत सिंह, जो लंबे समय से पार्टी के युवा मोर्चे से जुड़े रहे हैं, को जानबूझकर निशाना बनाया गया।
“AI प्रणाली के ज़रिये उनके पक्ष में पड़े वोटों को मनमाने ढंग से कटवाया गया और एक खास उम्मीदवार को विजेता घोषित किया गया,” राजू ने कहा।
1986 से पार्टी से जुड़ाव, पिता थे स्वतंत्रता सेनानी
गुरचरन सिंह राजू ने बताया कि उनका कांग्रेस से जुड़ाव वर्ष 1986 से है और पार्टी को उन्होंने हमेशा परिवार की तरह सम्मान दिया है। उन्होंने उल्लेख किया कि उनके पिता स्व. सरदार सरूप सिंह, एक स्वतंत्रता सेनानी रहे, और दो दशकों तक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष रहे।
उच्चस्तरीय जांच की मांग, कार्यकर्ताओं की पीड़ा को स्वर
राजू ने राष्ट्रीय नेतृत्व से देवेंद्र यादव की कार्यशैली और संगठनात्मक आचरण की उच्चस्तरीय जांच की मांग करते हुए कहा कि इस तरह के व्यवहार से जमीनी कार्यकर्ताओं का मनोबल टूट रहा है।
“हम जैसे समर्पित कार्यकर्ताओं की अनदेखी कर पार्टी को कमजोर करने वाले तत्वों पर कार्रवाई अनिवार्य है,” उन्होंने जोर देकर कहा।
यह घटनाक्रम आने वाले दिनों में दिल्ली कांग्रेस की आंतरिक राजनीति में नए उथल-पुथल की भूमिका रच सकता है। कार्यकर्ताओं की आवाज़ को यदि समय रहते सुना न गया, तो इसका प्रभाव जमीनी स्तर पर पार्टी के संगठनात्मक ढांचे पर पड़ सकता है।