सोमवार पांच नवम्बर को नामांकन वापस लेने की अंतिम के बाद कुल 1,101 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। दूसरे चरण के निर्वाचन के लिए 19 जिलों की 72 विधानसभा क्षेत्रों में 20 नवम्बर को मतदान और 11 दिसम्बर को मतगणना होगी। राज्य में हो रहे विधानसभा चुनाव में दो चरणों में मतदान होगा। दोनों चरणों में कुल 1,291 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। पहले चरण के तहत, नक्सल प्रभावित बस्तर क्षेत्र के सात जिलों और राजनांदगांव जिले की 18 सीटों के लिए 12 नवंबर को मतदान होगा। पहले चरण में मुख्यमंत्री रमन सिंह, उनके मंत्रिमंडल के दो सदस्यों और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की भतीजी करूणा शुक्ला के भाग्य का फैसला होगा।
वहीं दूसरे चरण में राज्य के नौ मंत्री रायपुर दक्षिण से बृजमोहन अग्रवाल, रायपुर पश्चिम से राजेश मूणत, बिलासपुर से अमर अग्रवाल, बैकुंठपुर से भैयालाल राजवाड़े, प्रतापपुर से रामसेवक पैकरा, मुंगेली से पुन्नूलाल मोहिले, भिलाई नगर से प्रेम प्रकाश पांडेय, नवागढ़ से दयालदास बघेल और कुरूद से अजय चंद्राकर चुनाव मैदान में हैं। वहीं भाजपा प्रदेश अध्यक्ष धर्मलाल कौशिक बिल्हा विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं।
दूसरे चरण में ही पाटन से प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष भूपेश बघेल, अंबिकापुर से विपक्ष के नेता टीएस सिंहदेव, दुर्ग ग्रामीण से कांग्रेस सांसद ताम्रध्वज साहू और सक्ती से पूर्व केंद्रीय मंत्री चरणदास महंत भी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। वहीं जनता कांग्रेस छत्तीगसढ़ (जे) से पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी मारवाही सीट से, उनकी पत्नी रेणु जोगी कोटा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। जोगी की बहू ऋचा जोगी बहुजन समाज पार्टी के टिकट पर अकलतरा सीट से चुनाव मैदान में है।
राज्य के मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस से अलग होकर नई पार्टी का गठन करने वाले पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी छत्तीसगढ़ में बहुजन समाज पार्टी और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के साथ मिलकर चुनाव लड़ रहे हैं। राज्य में दूसरे चरण के मतदान के लिए रायपुर दक्षिण सीट में सबसे अधिक 46 उम्मीदवार और बिंद्रानवागढ़ में सबसे कम छह उम्मीदवार मैदान में हैं। छत्तीसगढ़ की 90 सदस्यीय विधानसभा के लिए इस महीने दो चरणों में मतदान होगा। पहले चरण के लिए नक्सल प्रभावित बस्तर क्षेत्र के सात जिले और राजनांदगांव जिले की 18 सीटों के लिए 12 तारीख को मतदान होगा। वहीं दूसरे चरण में 72 सीटों के लिए 20 तारीख को मत डाले जाएंगे।
राज्य में 90 में से 10 सीटें अनुसूचित जाति के लिए तथा 29 सीटें अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित हैं। राज्य में कुल 1,85,59,936 मतदाता हैं। इनमें से पुरूष मतदाताओं की संख्या 92,95,301 और महिला मतदाताओं की संख्या 92,49,459 है। वहीं 1059 तृतीय लिंग के मतदाता हैं। छत्तीसगढ़ में 19 विधानसभा क्षेत्र ऐसे हैं जहां 16 उम्मीदवार से ज्यादा प्रत्याशी मैदान में हैं। इन सीटों पर दो से अधिक ईवीएम लगाये जाएंगे। तीन विधानसभा क्षेत्रों में उम्मीदवारों की संख्या 32 से अधिक होने के कारण तीन बैलेट यूनिट लगाई जाएंगी।
छत्तीसगढ़ में हो रहे विधानसभा चुनाव में जीत हासिल करने के लिए राज्य के सभी राजनीतिक दल धुआंधार प्रचार कर रहे हैं। राज्य में पिछले 15 वर्षों से सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी के महामंत्री संतोष पांडेय ने कहा है कि उनकी पार्टी राज्य में चौथी बार सरकार बनाएगी। इस बार पार्टी ने 65 सीटों पर जीत का लक्ष्य रखा है। पांडेय ने बताया कि पार्टी के कार्यकर्ता घर घर जाकर मतदाताओं को केंद्र और राज्य सरकार की उपलब्धि को बता रहे हैं। वहीं विपक्षी दल कांग्रेस के मीडिया विभाग के अध्यक्ष शैलेष नितिन त्रिवेदी ने कहा कि कांग्रेस ने इस चुनाव में वरिष्ठों के साथ साथ युवाओं को मौका दिया है। उनकी पार्टी रमन सिंह सरकार की असफलता के बारे में मतदाताओं को बता रही है। इस बार जनता बदलाव चाहती है और उम्मीद है कि इस चुनाव में कांग्रेस की जीत होगी और वह सरकार बनाएगी।