बेंगलुरु। कर्नाटक के मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी ने बुधवार को कहा कि टीपू जयंती पर सरकार के रूख में कोई बदलाव नहीं हुआ है। साथ ही उन्होंने 18वीं सदी के मैसूर साम्राज्य के विवादित शासक टीपू सुल्तान की जयंती पर इस साल आयोजित समारोह में अपनी अनुपस्थिति का बचाव किया। भाजपा के विरोध के बीच 10 नवंबर को आयोजित समारोह में अपनी अनुपस्थिति के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा कि मुख्यमंत्री के लिए यह आवश्यक नहीं है कि वह हर कार्यक्रम में शामिल हों। कांग्रेस-जद(एस) गठबंधन में ‘मतभेदों’ के चलते सरकार द्वारा समारोह रद्द किये जाने की संभावनाओं वाली खबरों पर उन्होंने कहा, ‘‘टीपू जयंती समारोह के संबंद्ध में सरकार की किसी तरह के बदलाव की कोई योजना नहीं है… इसमें कोई भ्रम की स्थिति नहीं है।’’ उन्होंने राजनीति के लिए टीपू जयंती के बारे में ‘भ्रम की स्थिति’ पैदा करने के लिए बिना नाम लिए भाजपा पर निशाना साधा। कुमारस्वामी ने कहा कि जब पार्टी सत्ता में थी तब भाजपा नेताओं ने टीपू जयंती में हिस्सा लिया था। उन्होंने कहा कि बिना किसी अप्रिय घटना का मौका दिये सरकार ने टीपू जयंती को ‘सुचारू रूप से’ मनाया। राज्य सचिवालय,विधानसौध, में टीपू जयंती के मुख्य कार्यक्रम में कुमारस्वामी शामिल नहीं हुये थे। उन्होंने 11 नवंबर तक तीन दिनों के लिए डॉक्टरों द्वारा आराम किये जाने की सलाह का हवाला दिया था।