राष्ट्रीय एवं दिल्ली बाल अधिकार संरक्षण आयोग के दिशानिर्देश पर सर्वोदय बाल विद्यालय प्रहलादपुर बांगर में जानलेवा मोमो चैलेंज गेम से स्कूली बच्चों को बचाने के लिए शिक्षाविद् दयानंद वत्स ने चलाया जागरूकता अभियान।
भारत सरकार के राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग और दिल्ली बाल अधिकार संरक्षण आयोग के दिशानिर्देश पर सर्वोदय बाल विद्यालय प्रहलादपुर बांगर के प्रांगण में आज प्रार्थना सभा में प्रधानाचार्य श्री वी.के शर्मा की अध्यक्षता में शिक्षाविद् दयानंद वत्स ने आज जानलेवा मोमो चैलेंज गेम से स्कूली बच्चों को बचाने के लिए जागरूकता अभियान का शुभारंभ किया। अपने संबोधन में छात्रों को संबोधित करते हुए शिक्षाविद् दयानंद वत्स ने कहा कि इंटरनेट के माध्यम से सोशल मीडिया पर मोमो चैलेंज गेम, ब्लू व्हेल जैसे अनेकों गेमों के चक्कर में फंसकर देश और विदेश के बहुत सारे स्कूली छात्रों ने खुदकुशी जैसा भयानक कदम उठाया। इसलिए छात्रों को चाहिए कि वे अपने मोबाइल पर इस तरह के गेमों के अलर्ट को नजरअंदाज करें और उसे डाउनलोड ना करें। वत्स ने अभिभावकों से भी आग्रह किया है कि वह अपने बच्चों के मोबाइल पर चल रही हर गतिविधि पर कडी नजर रखें। बच्चों को खुद भी इस बारे में सचेत करते रहें ताकि उनका जीवन सुरक्षित रहे। इस अवसर पर वत्स ने हजारों स्कूली छात्रों को मोमो चैलेंज गेम से दूर रहने का संकल्प भी दिलाया। ग्यारहवीं कक्षा के छात्रों सर्वश्री निशांत गाबा, यश मान, अल्तमस, पुनीत डागर और अक्षय मान ने संकल्प लिया कि वे अपने आसपास के क्षेत्रों में रह रहे अन्य स्कूली छात्रों और अपने मित्रों को मोमो चैलेंज गेम से दूर रहने के लिए जागरूकता अभियान चलाएंगे।