सकारात्मक सोच से हर कार्य संभव :आचार्य ज्ञानसागर जी महाराज
बैंकों की वर्तमान स्थिति और देश के आर्थिक विकास पर चिंतन करने देश भर के सैकड़ों जैन बैंकर आगरा के हरीपर्वत स्थित श्री शांतिनाथ दिगम्बर जैन मंदिर के सभागार में आगरा दिगम्बर जैन परिषद द्वारा आयोजित षष्ठ अखिल भारतीय जैन बैंकर्स सम्मेलन में एकत्र हुए। इस सम्मेलन में परमपूज्य 108 आचार्य श्री ज्ञानसागर जी महाराज ने अपने प्रवचन में जैन बैंकरों को देश व समाज सेवा के लिए प्रोत्साहित करते हुए कहा कि सकारात्मक सोच असंभव को भी संभव बना सकती है l उन्होंने कहा कि बैंकों का कार्य एक सेवा भाव का कार्य है और इसे अहोभाग्य समझ कर इस प्रकार से कार्य करने चाहिए जिससे देश हर क्षेत्र में आगे बढ़ सके और सभी का कल्याण हो l उन्होंने यह भी कहा कि अपनी सेवाओं से सभी अपनी जैन पहचान बनाएं। उन्होंने अखिल भारतीय जैन बैंकर्स फोरम की देश के विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत शाखाओं और सभी सदस्यों की समाज के प्रति सेवा भाव हेतु सराहना की और उपस्थित बैंकरों को धर्म और सेवा के मार्ग पर निरंतर आगे बढ़ने हेतु आशीर्वचन दिए l कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सेंट्रल बैंक के पूर्व कार्यकारी निदेशक आर. सी. लोधा को “जैन बैंकर रत्न” सम्मान से सम्मानित किया गया। उन्होंने बड़ी विनम्रता से गुरु आशीर्वाद के रूप में इस सम्मान को स्वीकार करते हुए समाज और देश की सेवा में अपनी प्रतिबद्धता जताई। उन्होंने बैकिंग सेवाओं को जैन सिद्धांतों से जोड़ते हुए कहा कि बैंक में सेवा करना अहोभाग्य है और बैंकरों की सेवाएं हर किसी के लिए उपयोगी हैं। उन्होंने कहा कि एक जैन बैंकर में सेवा भाव प्रारंभ से ही विद्यमान होता है l उन्होंने बैंकिंग सेवाओं में अपने योगदान को लर्निंग, अर्निंग और रिटर्निंग के माध्यम से जोड़कर कहा कि अब समाज को अपनी सेवाएं देने का समय है l इस अवसर पर बोलते हुए बाल ब्रह्मचारिणी अनीता दीदी ने कहा कि हम सब के दिल में एक बैंक है l परिवार में – मां बैंक, एवं पिता क्रेडिट कार्ड होता है l आज एटीएम कार्ड का पिन है – प्रार्थना, जिसके माध्यम से हम मन वांछित चीज प्राप्त कर सकते हैं l कार्यक्रम के गेस्ट ऑफ ऑनर प्रदीप जैन सीएमडी , पीएनसी, आगरा ने कहा कि आचार्य ज्ञानसागर जी महाराज ने जैनियों को ही नहीं जन-जन को धर्म और सत्कर्म से जोड़ा l आचार्य श्री समाज सेवा हेतु विभिन्न क्षेत्रों के व्यक्तियों को जोड़कर सम्मेलन करवाते हैं l उन्होंने यह भी कहा कि समाज के चार मजबूत स्तम्भ हैं – प्रशासनिक, राजनैतिक, न्यायपालिका और मीडिया। आचार्य श्री ने सभी को एक साथ जोड़कर समाज सेवा हेतु आगे बढ़ाया है l अति विशिष्ट अतिथि, कारपोरेशन बैंक के पूर्व निदेशक, सीए आदीश कुमार जैन ने सरकार द्वारा विगत कुछ वर्षों में बैंकों के माध्यम से लागू सरकारी योजनाओं का उल्लेख करते हुए समाजवादी अर्थव्यवस्था को देश और विश्व के लिये आवश्यक बताया। उन्होंने कहा कि आदिनाथ भगवान ने सर्वप्रथम इस कर्मभूमि पर सभी व्यवस्थाओं की स्थापना की और जो अर्थव्यवस्था उन्होंने दी थी वह पाप रहित, सामाजिक अर्थव्यवस्था थी, वही व्यवस्था आज भी कल्याणकारी है। विशिष्ट अतिथि मदन जैन, सर्किल प्रेसिडेंट एसबीआई ऑफिसर एसोसिएशन, एमपी, छत्तीसगढ़ ने कहा कि बैंकों के निजीकरण से सरकार की जनहित की योजनाओं के किर्यान्वन की समस्या खड़ी हो सकती है। इस अवसर पर समाज सेवा में उत्कृष्ट कार्य हेतु फोरम के राष्ट्रीय अध्यक्ष के. के. जैन, को उनके द्वारा श्रवणबेलगोला के महामस्तकाभिषेक में आर्थिक सलाहकार के रूप में दिए गए योगदान हेतु सम्मानित किया गया l उन्होंने कहा कि आज बच्चों को सोशल मीडिया से सावधान किए जाने की आवश्यकता है l हमें जैन बैंकर्स फोरम के माध्यम से अपने फेलो मेंबर्स एवं समाज की समस्याओं के निराकरण के लिए आगे आना है l हम विभिन्न बैंकों की नेटवर्किंग के आधार पर समाज की समस्याओं का निराकरण कर सकते हैं l
बेंगलुरु से नेमीराजा, जीएम, एसबीआई, अध्यक्ष कर्नाटका यूनिट, भोपाल से एन सी जैन, जीएम एसबीआई ओ.पी. जैन डी.जी.एम., कैनरा बैंक, प्रभात गोयल, ए.जी.एम. एसबीआई, सचिव भोपाल यूनिट, सनत जैन खजुरिया अध्यक्ष ललितपुर यूनिट आरके जैन एजीएम, एसबीआई, सचिव कोटा यूनिट, एस.पी.जैन, एजीएम, एसबीआई, संरक्षक गुरुग्राम यूनिट, ए.के.जैन,जीएम,पीएनबी, शैलेंद्र जैन अध्यक्ष अलीगढ़ यूनिट मुजफ्फरनगर से राजीव जैन अध्यक्ष, गाजियाबाद से एस के जैन एजीएम एसबीआई अध्यक्ष एवं वी.के. जैन महामंत्री गाजियाबाद यूनिट, नोएडा से आर.बी.जैन-डीजीएम, ओबीसी अध्यक्ष एवं राजीव जैन , एजीएम एसबीआई महासचिव, ट्रांसहिंडन, गाजियाबाद से के.वी.एस. जैन, डी.जी.एम. एसबीआई, अध्यक्ष, वी.सी.जैन, राष्ट्रीय संगठन मंत्री, उदयपुर से के. के. जैन, डीजीएम एसबीबीजे, राष्ट्रीय अध्यक्ष ने अपनी शाखा सदस्यों के साथ भाग लिया l विशिष्ट अतिथियों में दिल्ली के स्वराज जैन, टाइम्स, जिनेन्द्र जैन (जेडी) और प्रदुमन जैन की गरिमामयी उपस्थिति रही l साथ ही हाथरस, ग्वालियर, झांसी, सागर, दमोह, मेरठ, भीलवाड़ा, जोधपुर, टोंक (राजस्थान), दिल्ली, मुंबई जबलपुर आदि क्षेत्रों की यूनिट के सदस्यों ने भी बढ़चढ़ कर भाग लिया l आगरा शाखा को सर्वश्रेष्ठ शाखा के रूप में एवं ललितपुर शाखा को बेस्ट न्यू यूनिट के रूप में सम्मानित किया गया l