सफेद दाग के मुफ्त चिकित्सा केन्द्र का उदघाटन

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फतुहा : फतुहा के स्टेशन रोड स्थित होमियोपैथी अस्पताल में सफेद दाग की मुफ्त चिकित्सा हेतु सुप्रसिद्ध चिकित्सक डा. लक्ष्मी नारायण के नेतृत्व में अलग से एक केन्द्र का उद्घाटन बख्तियारपुर विधानसभा क्षेत्र के विधायक रणविजय सिंह उर्फ ललू मुखिया ने किया। मौके पर आयोजित विचार गोष्ठी में डा. लक्ष्मी नारायण सिंह ने कहा कि सफेद दाग ऐसी बीमारी नहीं है जिसका उपचार नहीं है, बल्कि इस बीमारी के लिए होमियोपैथी में मुकम्मल इलाज है। उन्होंने बताया कि बिमारियों के गिरफ्त में हैं भारत।

कार्डियोलॉजी लौजिकल सोसायटी ऑफ इंडिया का खुलासा चिंतित करने वाला है कि देश में हृदयाघात, उच्च रक्तचाप, मधुमेह, कैंसर, सफेद दाग आदि रोगियों की संख्या में लगातार बृद्धि हो रही है। उन्होंने बताया कि तेजी से बदल रही जीवनशैली खान-पान, आराम तलबी तथा शारीरिक कसरत के कमी के कारण जीवन पर खतरा मंडराने लगा है। इन भयंकर रोगों से लाखों लोग काल के गाल में समा रहे हैं। विडंबना है कि हृदय रोग, किडनी, मधुमेह, कैंसर, ब्लडप्रेशर, सफेद दाग जेसे लोग सबसे ज्यादा भारत में ही है। यदि इन बीमारियो पर शीघ्र नियंत्रण स्थापित करने के लिए खान-पान, रहन-सहन पर ठोस कदम नहीं उठाया गया तो यह सब बीमारी राष्ट्रीय आपदा रूप ग्रहण कर सकती है जिससे निपटना आसान नहीं होगा।

उन्होंने बताया कि सरकार को अविलंब चीनी, जर्सी गाय का दूध, प्लास्टिक बोतल में पानी का इस्तेमाल, पौलिस युक्त चावल, मैदा, कोका कोला आदि का उपयोग कानून बनाकर बंद करना चाहिए। पुरे बिहार के शहरी क्षेत्र में स्कूल कालेज समेत अन्य क्षेत्र में 30 हृदय 40 फीसदी ऐसे युवा हैं जो मधुमेह बीमारी के बार्डर लाइन पर है।

आज ऐसे स्थति है कि बीमारी होने पर मर्ज से ज्यादा अस्पताल से भय लगता है। फाइव स्टार जैसे हैसियत वाले बड़े-बड़े अस्पताल हो या गली गली में खूले नर्सिग होम, वसूली के तौर तरीकों में दोनों में कोई अंतर नहीं आता है। गैर जरूरी कमीशन के लिए जांच, छोटी बीमारी को भी बढ़ा चढ़ा कर बताना, मरीजों से अपनी कमाई के सबसे बड़े अवसर के रूप में तब्दील करने का हर उपाय अपनाना।

बताया जाता है कि हरियाणा सरकार ने गुडग़ांव स्थित फोर्टस हॉस्पीटल की जमीन की लीज रद्द करने का आदेश दिया है। उस अस्पताल ने डेंगू पीडि़त एक बच्ची के इलाज के लिए 18 लाख रुपए की बिल थमाया था जबकि बच्ची की जान चली गई थी। बताया जाता है कि एलोपैथिक में डेंगू ज्वर के लिए कोई कारगर दवा नहीं है जबकि होमियोपैथी में कारगर दवा है तथा प्रतिरोधक दवा भी है बावजूद सरकार का होमियोपैथी पर कोई ध्यान नहीं दे रही है।

होमियोपैथी में आत्महत्या करने की इच्छा, शरारती बच्चे, चोरी की आदतए हिंसात्मक प्रवृत्ति, महिलाओं के होंठ पर बाल उगना, लडक़ा के बर्तन से दूध निकलना, महिलाओं के स्तन से खून निकलना आदि को ठीक किया जा सकता है। प्रसिद्ध साहित्यकार रामयतन यादव ने कहा कि कोई भी बीमारी पाप पुण्य से जुड़ा हुआ नहीं होता बल्कि खान पान एवं पर्यावरण के प्रदूषण के कारण होता है।

इस अवसर पर मुन्ना यादव, प्रोफेसर विमल कुमार, नागेन्द्र सिंह, नवोदय पब्लिक स्कूल के प्राचार्य अरुण पटेल, अब्दुल सत्तार, जयदेव आर्य, रामजी प्रसाद, रंजीत कुमार, केशर प्रसाद, कामेश्वर क्रांतिकारी, जितेंद्र मिस्त्री, केवल सच मासिक पत्रिका के संपादक ब्रजेश मिश्र, यूथ एजेंडा के सम्पादक प्रेम कुमार ने भी सफेद दाग के मुफ्त इलाज की दिशा में पहल करने हेतु डा. लक्ष्मी नारायण सिंह को बधाई दिया। मंच संचालन जाने-माने समाजसेवी तथा मानव अधिकार मंच के अध्यक्ष रामयज्न यादव ने किया।

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