विश्वमांगल्य सभा दिल्ली का शिव आराधना कार्यक्रम

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श्रावण मास के पावन पर्व पर विश्वमांगल्य सभा के लिए ऐतिहासिक दिन रहा विश्वमांगल्य सभा दिल्ली प्रांत की तरफ से दिल्ली की अध्यक्ष सुरभि मनोज तिवारी की अध्यक्षता में सामूहिक शिव आराधना के समापन सत्र का आयोजन अम्बेडकर इंटरनेशनल सेंटर में किया गया I जिसमें प्रमुख उपस्थित जितेंद्र नाथ महाराज जी , सभाचार्य, विश्वमांगल्य सभा, अजय भाई, राष्ट्र मंदिर संस्थापक , विश्वमांगल्य सभा राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री पूजा देशमुख, स्पेशल ओलंपिक्स भारत की चेयरपर्सन श्रीमती मल्लिका जेपी नड्डा की गरिमा में उपस्थिति में संपन्न हुआ । इस शिवमय कार्यक्रम में विश्व हिंदू परिषद के प्रांतीय अध्यक्ष कपिल खन्ना , प्रांत प्रचारक जतिन , सांसद मनोज तिवारी , सांसद रवि किशन कई मंत्री व सांसद पत्नी भी उपस्थित रही । कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण सावन के महीने में सभागार में एकत्रित 1000 महिलाओं ने एक साथ नर्मदेश्वर शिवलिंग के साथ शिव स्त्रोत का पाठ किया

इस अवसर पर जितेंद्र नाथ महाराज ने कहा कि भगवान भोलेनाथ तांडव भी करते हैं और वह तत्व ज्ञान भी है और शिव स्त्रोत के उच्चारण मात्र से हमें इसकी अनुभूति होती है मात्र शक्तियों के द्वारा इसका उच्चारण यह साबित करता है की माता दुर्बल नहीं बल्कि जगत की निर्माता है

इस अवसर पर अजय ने कहा की मां की महिमा का जीवंत उदाहरण है की छत्रपति शिवाजी महाराज अपनी मां के संस्कारों और मार्गदर्शन से महान बने

सुरभि तिवारी ने अपनी सासू मां के द्वारा सिखाए गए एक शिव गीत की प्रस्तुति कर आराधना की । उन्होंने कहा कि शिव हर युग में थे और रहेंगे, उन्हें हमें अपने हृदय में बसाना है, उनसे गृहस्थ जीवन कैसे जीते हैं यह सीखना चाहिये, शिव से हमें भोलापन और दृढ़ता भी सीखनी चाहिए । शिव विश्वमांगल्य सभा के आराध्य हैं । उन्होंने कार्यक्रम की जानकारी देते हुए कहा कि दिल्ली प्रांत के 25 केंद्रो पर सावन के पवित्र महीने में बहनों ने शिव स्त्रोत का पठन कर एक अनोखी उपमा पेश की है । उन्होंने कहा कि नागपुर में बीते 14 वर्षों से इस तरह का आयोजन किया जा रहा है और दिल्ली कार्यकारिणी का यह सौभाग्य है कि हम सभी बहनों के सहयोग से तीन दिवसीय शिविर के समापन कार्यक्रम में इस विशाल शिवमय स्वरूप को सभागार में सृजित कर सके ।


इस अवसर पर सांसद मनोज तिवारी ने उपस्थित महिलाओं को शिव महिमा बताते हुए कहा कि हम सबको शिव स्त्रोत इस तरह पढ़ना चाहिए कि भगवान शिव मन में बसें क्योंकि शिव शक्ति भी है भक्ति भी है और संस्कृति भी उन्होंने कहा कि विश्वमांगल्य सभा दिल्ली प्रांत ने जो कार्य शुरू किए हैं उन्हें लक्ष्य तक पहुंचना है और इस विचार को घर-घर तक पहुंचना है जो सुदृढ़ समाज और समर्थ राष्ट्र के लिए जरूरी है फिल्म क्रिटिक सुनील पाराशर ने कहा कि सुरभि ने समाज की महिलाओं को एक साथ इकट्ठा कर पूरे वातावरण को शिवमय बना दिया ।

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