भारत मंडपम में केरल का मसाला तट विविध स्वाद के लिए बड़ी भीड़ को कर रहा आकर्षित

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केरल पवेलियन के माध्यम से विरासत और समृद्ध स्वादों का करें अनुभव

भारत-अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेला उत्साह से भरा हुआ है क्योंकि पर्यटक जीवंत केरल मंडप में आ रहे हैं, जो सांस्कृतिक खजाने से लोगों को रूबरू करा रहा है। मंडप के केंद्र में विभिन्न प्रकार के व्यंजन हैं, जिनमें पारंपरिक सूखी मछली से लेकर हमेशा लोकप्रिय सूखे टैपिओका (वट्टिया कप्पा) तक शामिल हैं। केरल के अनूठे मसालों की सुगंध हवा में भरी हुई है, जिससे भीड़ राज्य के समृद्ध स्वादों का अनुभव करने के लिए उत्सुक हो जा रही है।

कलात्मक और पारंपरिक उत्पाद बांस के भित्तिचित्रों, लैंप शेड्स, मसाला बक्से और पीतल के प्रोपेलर के साथ क्षेत्र के शिल्प कौशल का प्रदर्शन करते हैं। उद्योग और वाणिज्य विभाग गर्व से इन उत्पादों को प्रदर्शित करता है जिन्हें जीआई टेग प्राप्त है, जिससे प्रदर्शनी में प्रामाणिकता का स्पर्श जुड़ जाता है।

फार्म इंफॉर्मेशन ब्यूरो के स्टॉल में एक असाधारण विशेषता है, जिसमें कटहल उत्पाद सुर्खियां बटोर रहे हैं। आगंतुक कटहल बिस्कुट, कटहल पाउडर, निर्जलित कटहल, अनानास और कृषि उत्पादों की एक श्रृंखला का आनंद ले सकते हैं।

बागान स्टॉल विभिन्न प्रकार के चाय पाउडर, कॉफी, इलायची और काली मिर्च आदि को प्रदर्शित करता है। जिसमें केरल के बागानों के स्वाद का आनंद उठा सकते हैं। इस बीच, कॉयर विकास विभाग उत्पादों की एक प्रभावशाली श्रृंखला प्रस्तुत करता है, जिसमें भू टेक्सटाइल, उद्यान लेख, ब्रश, कॉयर गद्दे और यहां तक कि पॉटिंग पौधों के लिए चकिरी चावल भी शामिल है।

केराफेड का स्टॉल नारियल प्रेमियों के लिए स्वर्ग है, जिसमें नारियल उत्पादों को पेश किया गया है। ठेंगा पीरा, एक स्थानीय व्यंजन है, जो अपने समृद्ध और प्रामाणिक स्वाद से आगंतुकों को मंत्रमुग्ध करते हुए सुर्खियों में रह रहा है।

कॉरपोरेशन स्टॉल अवश्य देखने लायक है, स्टॉल में जंगली हल्दी और विभिन्न प्रकार के मसाले भी उपलब्ध हैं, जो मंडप में स्वाद की एक अतिरिक्त परत जोड़ते हैं।

अनुसूचित जनजाति विभाग के स्टॉल में, जंगल से प्राप्त उत्पाद पेश किए गए हैं। शहद, साइलेंटवैली कॉफी, बाजरा, रागी, कांप रवा, चामा पोडी और जाति पत्री आदि स्वदेशी और प्राकृतिक उत्पादों की मांग को दर्शाती है।

पारंपरिक व्यंजनों का केंद्र कुदुम्बश्री का स्टॉल, कोझिकोडन हलवा और अवलोसुंडा से लेकर उपरी आइटम तक सब कुछ पेश करता है। सूखी पावका और कंथारी, दोनों स्थानीय विशिष्टताएँ भी उपलब्ध हैं, जो अपने अनूठे स्वाद से आगंतुकों का मन मोह लेंगी।

अतिरिक्त बोनस के रूप में, आगंतुक हैनवीव और हेंटेक्स स्टालों पर मौजूद कपड़ों पर 20% छूट का आनंद ले सकते हैं, जिससे केरल पवेलियन इस मेले में खरीदारी के लिए एक आदर्श अवसर बन जाता है।

फिशरीज स्टॉल विभिन्न प्रकार की सूखी मछलियों के लिए नवीन सौर तकनीक पेश करता है, जिसमें स्वादिष्ट मछली के अचार की विविधता भी शामिल हैं। औषाधि, केरल कला और शिल्प गांव, कैराली, पंचायत विभाग, केरल राज्य बांस मिशन, संस्कृति विभाग और मार्केटफेड सहित अन्य भाग लेने वाले स्टॉल, केरल मंडप में उत्पादों की विविध टेपेस्ट्री में योगदान कर रहे हैं।

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