देहरादून। जम्मू कश्मीर के पुलवामा में आतंकवादियों के साथ संघर्ष में शहीद हुये मेजर विभूति शंकर ढौंडियाल को देहरादून स्थित उनके आवास पर हजारों लोगों ने मंगलवार को अंतिम श्रद्धांजलि दी। अंतिम संस्कार के लिए हरिद्वार ले जाने से पहले मेजर ढौंडियाल के पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शन के लिए रखा गया। इस दौरान हृदय रोगी उनकी मां सरोज, उनकी पत्नी निकिता कौल और उनके रिश्तेदारों एवं मित्रों के लिए खुद को संभालना मुश्किल हो गया। मेजर ढौंडियाल की शादी हुए एक साल भी नहीं हुआ है।उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने ‘शहीद ढौंडियाल अमर रहे’ और ‘वंदे मातरम’ के नारों के बीच ताबूत पर पुष्पचक्र चढ़ाया। तिरंगे में लिपटा हुआ ढौंडियाल का पार्थिव शरीर सोमवार को देर रात घर लाया गया था। आज पूर्ण सैन्य सम्मान के साथ हरिद्वार में उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। हरिद्वार में आज मेजर चित्रेश बिष्ट के पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार किया जा रहा है। राजौरी जिले में नियंत्रण रेखा के पास एक बारूदी सुरंग को निष्क्रिय करने के दौरान बिष्ट शहीद हो गए थे। मेजर ढौंडियाल को अंतिम श्रद्धांजलि देने वाले प्रमुख लोगों में कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज, पूर्व सांसद तरूण विजय, राज्य विधानसभा के अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल, भाजपा के विधायक गणेश जोशी और देहरादून के महापौर सुनील उनियाल गामा शामिल थे।