केरल की समृद्ध संस्कृति का अंतरराष्ट्रीय मेले में करें अनुभव

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दिल्ली के प्रगति मैदान में केरल राज्य के मुख्य सचिव डॉ. वी. वेणु ने भारत-अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले और केरल मंडप का उद्घाटन किया। यह मेला 13 दिनों के व्यापार और प्रदर्शनी की पेशकश करेगा। इस वर्ष केरल एक भागीदार राज्य के रूप में भाग लेते हुए विभिन्न उत्पादों का प्रदर्शन कर रहा है। साथ ही सहयोग और उद्यमों को बढ़ावा दे रहा है। उद्घाटन कार्यक्रम में केरल हाउस के अधिकारी और गणमान्य व्यक्ति भी शामिल हुए।

इस बार केरल भारत-अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेला 2023 का भागीदार राज्य है। पिछले वर्षों की तरह ही केरल ने इस मेले में मंडप स्थापित किया है। केरल मंडप में नए सहयोग को बढ़ावा देने और नए उद्यमों को आगे लाने के उद्देश्य से सार्वजनिक क्षेत्र के संगठनों द्वारा निर्मित विभिन्न उत्पाद व्यापार मेले में उपलब्ध कराए जा रहे हैं। उद्घाटन अवसर पर केरल राज्य के मुख्य सचिव डॉ. वी. वेणु ने कहा, ” भारत-अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेला नए व्यापारिक उद्यमों के लिए मार्ग प्रशस्त करेगा।”

केरल मंडप में सहकारिता विभाग केरल कला कारा कौशल गांव, अनुसूचित जनजाति विकास विभाग, कृषि विकास और किसान कल्याण विभाग, मत्स्य पालन विभाग, हथकरघा और कपड़ा निदेशालय, केरल राज्य हथकरघा विकास निगम लिमिटेड हैनवीव, केरल राज्य सहकारी विपणन संघ मार्केटफेड, केरल राज्य बांस मिशन, पंचायत विभाग, केरल शिल्प विकास सहकारी लिमिटेड, रस्सी विकास विभाग, कुदुम्बश्री, केरल राज्य हथकरघा बुनकर सोसायटी लिमिटेड हंटेक्स, संस्कृति विभाग के उत्पाद शामिल हैं। इस मंडप से लोगों को केरल के उत्पादों के बारे में जानकारी दी जाएगी, जिससे नए उद्यमों को बढ़ावा देने की राज्य की मांग भी पूरी हो सकेगी।

‘वसुधैव कुडुंबकम – यूनाइटेड बाय ट्रेड’ थीम के साथ, केरल की अनूठी संस्कृति और इनोवेशन को 27 नवंबर तक इस प्रदर्शनी में प्रदर्शित किया जाएगा। मंडप में 624 वर्गफीट में केरल के 44 स्टॉल लगाये गये हैं। इसमें 10 थीम स्टॉल और 34 कमर्शियल स्टॉल शामिल हैं। प्रदर्शनी प्रथम तल पर हॉल नंबर- 5 में लगाई गई है।

यह मेला व्यावसायिक दिनों में लगभग 50,000 लोगों और सप्ताहांत पर 1.5 लाख लोगों को आकर्षित करता है, जो केरल को व्यापार, हस्तशिल्प, समुद्री भोजन और कृषि-आधारित उत्पादों में अपने इनोवेशंस और उद्यमों को प्रदर्शित करने के लिए एक मंच प्रदान करेगा। केरल मंडप राज्य के व्यापार के इतिहास, मुजिरिस विरासत और विझिंजम बंदरगाह जैसी हालिया उपलब्धियों का वर्णन करेगा।

आईआईटीएफ में केरल का प्रभाव 9 स्वर्ण पदक, 3 रजत पदक और 2 कांस्य पदक के साथ स्पष्ट है, जिसमें 2022 में स्वर्ण और 2021 में कांस्य पदक शामिल हैं। 20 नवंबर को राज्य दिवस पर आईटीपीओ एम्फीथिएटर में लोक कलाओं का भी प्रदर्शन किया जाएगा, जिसके द्वारा मेले में केरल की उपस्थिति का जश्न भी मनाया जाएगा।

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